Last Updated: Wednesday, February 19, 2014, 18:56
नई दिल्ली : रिश्वत और भ्रष्टाचार के मामले वैश्विक स्तर पर 2011 के मुकाबले 13 प्रतिशत बढ़े हैं और इसमें इंजीनियरिंग व निर्माण क्षेत्र सूची में सबसे उपर हैं। इसके बाद सरकारी कामकाज का स्थान आता है। यह बात पीडब्ल्यूसी की आज जारी रिपोर्ट में कही गई। बहुराष्ट्रीय लेखा कंपनी के मुताबिक रिश्वत और भ्रष्टाचार की इस साल भी आर्थिक अपराध में प्रमुख भूमिका बनी रहेगी।
पीडब्ल्यूसी ने अपने 2014 के वैश्विक आर्थिक अपराध सर्वेक्षण में कहा, हर क्षेत्र में रिश्वत और भ्रष्टाचार के मामलों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। 27 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे आर्थिक अपराध के शिकार हुए हैं और इस तरह यह तीसरा सबसे अधिक होने वाला अपराध है। इसके अलावा रिश्वत और भ्रष्टाचार जो 2011 में 24 प्रतिशत पर था उसमें 13 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई। गबन (69 प्रतिशत) और खरीद में धोखाधड़ी (29 प्रतिशत) के बाद यह तीसरे नंबर पर रहा।
इसके अलावा इस सर्वेक्षण में करीब 53 प्रतिशत मुख्य कार्यकारियों ने रिश्वत और भ्रष्टाचार पर चिंता जाहिर की, जबकि 2011 में यह आंकड़ा 34 प्रतिशत था। पीडब्लयूसी ने कहा कि जिन कंपनियों को अक्सर रिश्वत और भ्रष्टाचार का सामना करना पड़ा उन्हें 50 लाख डालर से ज्यादा का नुकसान झेलना पड़ा। इस सर्वेक्षण में 95 से ज्यादा देशों के 5,128 प्रतिनिधि शामिल थे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 19, 2014, 18:56