Last Updated: Tuesday, December 31, 2013, 18:40

मुंबई : देश के शेयर बाजार में 2013 का समापन सकारात्मक धारणा के साथ हुआ और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स रिलायंस इंडस्ट्रीज की अगुवाई में मंगलवार को करीब 28 अंक मजबूत होकर बंद हुआ। इसके साथ ही यह लगातार दूसरा साल है जब स्थानीय शेयर बाजार कुल मिला कर लाभ में हैं।
इस वर्ष एक समय सेंसेक्स अब तक के सर्वाधिक ऊंचाई पर पहुंच गया। विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार में 20.1 अरब डॉलर निवेश किये। बंबई शेयर बाजार के 12 खंडवार सूचकांकों में से 10 में तेजी रही। धातु तथा रोजमर्रा के इस्तेमाल के सामान बनाने वाली कंपनियों (एफएमसीजी) के शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी।
सेंसेक्स के 30 में से 17 शेयर लाभ में रहे। लाभ में रहे प्रमुख शेयरों में टाटा पावर तथा विप्रो शामिल है जबकि भेल तथा मारति सुजुकी के शेयर नुकसान में रहे।
तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 27.67 अंक या 0.13 प्रतिशत चढ़कर 21,170.68 अंक पर बंद हुआ। पूरे वर्ष के दौरान यह 1,743.97 अंक या 8.98 प्रतिशत मजबूत हुआ। पिछले साल :2012: में सेंसेक्स 26 प्रतिशत उछला था।
नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 12.90 अंक या 0.21 प्रतिशत चढ़कर 6,304.00 पर बंद हुआ। वर्ष 2013 में यह 398.90 अंक या 6.76 अंक मजबूत हुआ। वहीं, एमसीएक्स स्टाक एक्सचेंज का एसएक्स 40 सूचकांक 29.99 अंक चढ़कर 12,582.69 पर बंद हुआ। भाजपा की तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में जीत की खबर से नौ दिसंबर को सेंसेक्स 21,483.74 अंक तक चला गया जो रिकार्ड है।
जिन तत्वों ने इस साल निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया उसमें रपये की विनिमय दर में उतार-चढ़ाव, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बांड खरीद कार्यक्रम को धीमा करने तथा मुद्रास्फीति पर शिकंजा कसने के लिये रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत ब्याज दरों में वृद्धि शामिल हैं। डालर के मुकाबले रपया अगस्त में निम्न स्तर पर आ गया था। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 31, 2013, 18:40