Last Updated: Friday, March 14, 2014, 00:28
नई दिल्ली : सीबीआई ने नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (एनएसईएल) के प्रवर्तक जिग्नेश शाह के परिसरों समेत विभिन्न ठिकानों की आज तलाशी ली। सार्वजनिक क्षेत्र की ट्रेडिंग कंपनी पीईसी के निवेश में सीबीआई द्वारा उनके खिलाफ कथित धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने के बाद ये तलाशी ली गई। इससे सरकारी खजाने को 120 करोड़ रपये का नुकसान होने का अनुमान है।
उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा कि जांच एजेंसी ने धोखाधड़ी, जालसाजी और भ्रष्टाचार के कथित मामले में शाह, एनएसईएल, एनएसईएल के पूर्व सीईओ अंजनी सिन्हा, पीईसी के मुख्य महाप्रबंधक राजीव चतुर्वेदी सहित कई अन्य कंपनियों को आरोपी के रूप में नामजद किया है। सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा ने बताया कि मुंबई की आर्थिक प्रकोष्ठ की जांच का जोर जहां निवेशकों की शिकायतों पर है, वहीं एजेंसी साजिश के कारण सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी पीईसी को हुए नुकसान के मामले को देख रही है।
सीबीआई प्रवक्ता कंचन प्रसाद ने कहा कि इन आरोपों पर मामला दर्ज किया गया है कि आरोपी व्यक्तियों ने 2007 से 2013 के दौरान पीईसी लि. के साथ धोखाधड़ी करने को लेकर आपराधिक साजिश रची। मामले में कोई वास्तविक कारोबार किये बिना ही मुंबई स्थित कंपनी के प्लेटफार्म पर कृषि जिंसों के कारोबार के लिए फर्जी अनुबंध पत्रों के जरिये सार्वजनिक कंपनी को ठगने का कथित आपराधिक षडयंत्र रचा गया। मामला दर्ज करने के बाद सीबीआई टीम ने 15 स्थानों की तलाशी ली। ये तलाशी शाह तथा सिन्हा एवं पीईसी, एनएसईएल समेत अन्य के रिहायशी परिसर में ली गई।
प्राथमिकी के बारे में विस्तृत जानकारी दिये बिना प्रसाद ने स्वीकार किया कि जिन स्थानों की तलाशी ली गयी उसमें पीईसी के पांच अधिकारियों, एनएसईएल के दो तथा एक निजी व्यक्ति के परिसर, एनएसईएल के सात दफ्तर शामिल हैं। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 14, 2014, 00:28