Last Updated: Saturday, October 26, 2013, 19:05
मुंबई : शहर की पुलिस ने अरबपति बिल्डर चंद्रु रहेजा और उसके दो बेटों, रवि और नील, के खिलाफ ठगी के मामले में आरोपपत्र दायर किया है। ठगी का मामला उद्योगपति नुस्ली वाडिया ने दायर किया। वाडिया का दावा है कि इन तीनों की वजह से उन्हें करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ा।
संयुक्त पुलिस आयुक्त हिमांशु राय ने कहा इस मामले में 22 अक्तूबर को आर्थिक अपराध शाखा ने आरोपपत्र दाखिल किया है।
पुलिस के अनुसार वाडिया ने वर्ष 2008 में अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि उन्हें उपनगरीय इलाके मालाड़ (पश्चिम) में एक जमीन को विकसित करने के काम में रहेजा की वजह से करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ा।
वाडिया मालड़ स्थित दिवंगत ई.एफ. दिनशॉ एस्टेट के एकमात्र प्रशासक हैं। उन्होंने वर्ष 1995 में अपनी कंपनी इवोरी प्रापर्टीज एण्ड होटल्स प्रा. लिमिटेड के जरिये रहेजा के साथ भूमि विकसित करने का समझौता किया।
पुलिस ने बताया कि समझौते के अनुसार रहेजा ने भूमि को विकसित करने के लिये 1,70,656 वर्गफुट जमीन का कब्जा ले लिया। रहेजा को इसपर इवोरी टॉवर्स का निर्माण करना था और विकसित टावर में संपत्तियां तीसरे पक्ष को बेचनी थी। जो भी आय होती उसमें 12 प्रतिशत हिस्सा वाडिया को दिया जाना था।
समझौते में यह भी कहा गया है कि यदि रहेजा संपत्ति को विकसित नहीं कर पाते हैं तो उन्हें वाडिया को वर्ष 1997 में न्यूनतम गारंटी आश्वासन के तौर पर 3.75 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा। प्रशासक यानी वाडिया की तरफ से रहेजा को 8 मंजिला वाणिज्यिक इमारत बनाने की अनुमति दे दी गई, लेकिन यह इमारत कभी नहीं बनी। (एजेंसी)
First Published: Saturday, October 26, 2013, 19:05