Last Updated: Friday, May 30, 2014, 23:23
नई दिल्ली : पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने 2013-14 में आर्थिक वृद्धि दर 5 प्रतिशत से नीचे रहने पर आज निराशा जताई। हालांकि, उन्होंने उम्मीद जताई कि संशोधित आंकड़े इससे ऊपर होंगे। केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) के आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2013-14 में देश की आर्थिक वृद्धि दर 4.7 प्रतिशत रही। चौथी तिमाही में यह 4.6 प्रतिशत थी।
चिदंबरम ने एक बयान जारी कर कहा, ‘वर्ष 2013.14 के लिए जीडीपी आंकड़े मिली-जुली तस्वीर पेश करते हैं। हालांकि, पहली तिमाही के लिए वृद्धि दर का अनुमान 4.4 प्रतिशत से संशोधित कर 4.7 प्रतिशत और दूसरी तिमाही के लिए इसे 4.8 प्रतिशत से संशोधित कर 5.2 प्रतिशत किया गया है। इसलिए संभावना है कि पूरे साल के लिए वृद्धि दर उपर जा सकती है। चाहे जो भी हो, मैं इस बात को लेकर निराश हूं कि हम 5 प्रतिशत की वृद्धि दर नहीं हासिल कर सके।’
सीएसओ आंकड़ों के अनुसार 2013-14 में विनिर्माण क्षेत्र में 0.7 प्रतिशत गिरावट रही जबकि इससे पिछले वर्ष क्षेत्र में 1.1 प्रतिशत वृद्धि रही थी। चौथी तिमाही में एक साल पहले की 3 प्रतिशत वृद्धि के मुकाबले जनवरी-मार्च 2014 में 1.4 प्रतिशत गिरावट रही।
खनन और उत्खनन क्षेत्र में पूरे वित्त वर्ष के दौरान 1.4 प्रतिशत गिरावट रही वहीं 2012-13 में इस क्षेत्र में उत्पादन 2.2 प्रतिशत घटा था। चौथी तिमाही में 2013-14 में 0.4 प्रतिशत गिरावट रही, एक साल पहले इसी अवधि में इसमें 4.8 प्रतिशत गिरावट रही।
उद्योग मंडल फिक्की के अध्यक्ष सिद्धार्थ बिड़ला ने जीडीपी आंकड़ों पर अपनी टिप्पणी में कहा, ‘प्रधानमंत्री और उनके मंत्रिमंडल सहयोगियों द्वारा पिछले कुछ दिनों में जो घोषणायें की गई उससे परिदृश्य में उत्साह का संचार हुआ है। आने वाले दिनों में प्रभावी क्रियान्वयन और समय पर कारवाई की उम्मीद है।’
एसोचैम ने लगातार दूसरे वर्ष पांच प्रतिशत से कम वृद्धि को नई सरकार के लिये बड़ी चुनौती बताया। एसोचैम अध्यक्ष राणा कपूर ने कहा, ‘हमारा मानना है कि आगामी बजट काफी महत्वपूर्ण होगा। इसमें यदि सही और ठोस नीतिगत घोषणाएं की जातीं हैं तो निवेशकों का विश्वास बढ़ेगा और चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही से वृद्धि में सुधार आने लगेगा।’
पीएचडी उद्योग मंडल के अध्यक्ष शरद जयपुरिया ने भी इसी तरह की उम्मीद व्यक्त करते हुये कहा कि 2014-15 में वृद्धि तेज होगी। सरकार अर्थव्यवस्था में सुधार के लिये बेहतर कदम उठा रही है। सीएसओ आंकड़ों के अनुसार 2013-14 में कृषि खेत्र में 4.7 प्रतिशत वृद्धि रही जो कि इससे पिछले वर्ष 1.4 प्रतिशत रही थी। वर्ष 2004-05 के मूल्यों के आधार पर 2013-14 में प्रति व्यक्ति निवल राष्ट्रीय आय 39,904 रपये हो गई। प्रति व्यक्ति आय में 2012-13 में 2.1 प्रतिशत वृद्धि के मुकाबले 2013-14 में 2.7 प्रतिशत वृद्धि रही। (एजेंसी)
First Published: Friday, May 30, 2014, 23:23