Last Updated: Monday, March 10, 2014, 15:05
ज़ी मीडिया ब्यूरो नई दिल्ली : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कोयला ब्लाक आवंटन घोटाले में पहला आरोपपत्र दाखिल कर दिया है जिसमें नवभारत पावर लि. और इसके दो निदेशकों को अभियुक्त बनाया गया है।
सीबीआई ने इन पर 2006 से 2009 के दौरान कोयला ब्लाक का आवंटन प्राप्त करने के लिए तथ्यों की गलत जानकारी देने व आवेदन को आकर्षक बनाने के लिए ‘धोखेबाजी वाले’ दावे करने का अरोप लगाये हैं। विशेष सीबीआई जज मधु जैन के समक्ष दायर आरोप पत्र में नवभारत पावर प्राइवेट लि. के दो निदेशकों पी त्रिविक्रमा प्रसाद व वाई हरीश चंद्र प्रसाद के नाम शामिल हैं। अदालत के सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने इस कंपनी तथा इसके दो निदेशकों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश) व 420 (धोखाधड़ी) का मामला दायर किया है।
सूत्रों के अनुसार, इन पर भ्रष्टाचार निरोधक कानून के प्रावधानों के तहत मामला दायर नहीं किया है। उन्होंने बताया कि अभियोग पत्र के साथ पेश किए जाने अन्य दस्तावेज और परिशिष्ट अदालत में आज ही बाद में दाखिल किए जाएंगे। सीबीआई ने 3 सितंबर, 2012 को नवभारत पावर लि. और उसके दो निदेशकों सहित कोयला मंत्रालय और झारखंड सरकार के कुछ अज्ञात सरकारी अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दायर कर जांच शुरू की थी। केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने यह मामला सीबीआई जांच के लिए भेजा था। शुरुआती जांच के पश्चात इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई।
First Published: Monday, March 10, 2014, 13:29