Last Updated: Tuesday, October 8, 2013, 14:41
संयुक्त राष्ट्र : भारत ने एक ‘सहयोगात्मक’ बहुपक्षीय व्यापार व्यवस्था की तत्काल जरूरत एवं निवेश प्रवाह बढ़ाने पर यह कहते हुए बल दिया है कि विकासशील देशों में आर्थिक वृद्धि बनाए रखने और रोजगार सृजन के लिए इस तरह का वैश्विक वातावरण आवश्यक है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कल यहां कहा, पिछले कुछ वर्षों में वैश्विक संकट ने विकासशील देशों की क्षमता पर घातक प्रभाव डाला है। जेटली भारत से यहां आए सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल में शामिल हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 68वें सत्र में ‘विकास के लिए वित्त व्यवस्था’ विषय पर उच्च स्तरीय वार्ता के पूर्ण अधिवेशन को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि विकसित देशों के बीच बल प्रदर्शन के जरिए बढ़ते संरक्षणवादी रवैये से विकासशील देशों के लिए बाजार पहुंच मुश्किल हुई है और एफडीआई का स्तर घटा है। उन्होंने कहा कि सतत व समावेशी विकास और गरीबी उन्मूलन विकासशील देशों की प्राथमिकता में सबसे उपर हैं।
जेटली ने कहा, यह आवश्यक है कि विकासशील देशों की इन प्राथमिकताओं में अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा वित्तीय एवं प्रौद्योगिकी मदद के जरिए सहयोग किया जाए। उन्होंने चिंता जताई, जहां तक डब्ल्यूटीओ के दोहा दौर की वार्ता का संबंध है, अभी कोई किनारा दिखाई नहीं पड़ रही है। उन्होंने कहा, यह साक्ष्य है कि यदि हमें 2015 के बाद के लिए एक बदलाव वाले विकास का एजेंडा तैयार करने में सफल होना है तो हमें विकासशील देशों के लिए पर्याप्त प्रावधान करते हुए वैश्विक साझीदारी बढ़ानी होगी। जेटली ने स्वीकार किया कि पिछले एक दशक में गरीबी कम करने एवं मानव विकास की दिशा में प्रगति हुई है, लेकिन सहस्त्राब्दि विकास लक्ष्यों को हासिल करने में उपलब्धि असमान रही है और कई लक्ष्य 2015 तक हासिल नहीं हो पाएंगे।
उन्होंने वैश्विक वित्ती संचालन के लिए बनी बहुपक्षीय आर्थिक संस्थाओं के काम काज में विकासशील देशों को वास्तविक प्रतिनिधित्व देने के लिए इनकी संचालन व्यावस्था में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया। जेटली ने कहा, विकास प्रक्रिया के लिए वित्त उपलब्ध कराना वैश्विक विकास एजेंडा का एक प्रमुख स्तंभ है। उन्होंने इसी संदर्भ में कहा कि वित्तीय संसाधनों का विकासशील देशों में और अधित तथा भरोसेमंद प्रवाह बढाने पर बल लिया। उन्होंने कहा कि यह बात आज भी प्रासंगिक और 2015 के बाद भी प्रासंगिक रहेगी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 8, 2013, 14:41