डीजल हुआ महंगा, कीमत में प्रति लीटर 1.09 रुपए की वृद्धि

डीजल हुआ महंगा, कीमत में प्रति लीटर 1.09 रुपए की वृद्धि

डीजल हुआ महंगा, कीमत में प्रति लीटर 1.09 रुपए की वृद्धिनई दिल्ली : लोकसभा चुनाव के लिये मतदान समाप्त होते ही तेल कंपनियों ने डीजल के दाम सोमवार को मध्यरात्रि से 1.09 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिये।

डीजल के दाम में हर महीने की जाने वाली वृद्धि 16वीं लोकसभा के लिये मतदान शुरू होने से कुछ पहले रोक दी गई थी लेकिन आज अंतिम चरण का मतदान पूरा होने के साथ ही इसपर फिर से अमल शुरू कर दिया गया।

सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने आज मध्यरात्रि से डीजल के दाम 1.09 रुपए प्रति लीटर बढ़ाने की घोषणा कर दी। इस वृद्धि में अलग अलग राज्यों में लगने वाला मूल्यवर्धित कर (वैट) शामिल नहीं है। इसलिये कुल वृद्धि राज्यों में अलग अलग होगी।

दिल्ली में डीजल के दाम वैट सहित 1.22 रुपए बढ़कर 56.71 रुपए लीटर हो जायेंगे। मुंबई में यह 65.21 रुपए हो जायेंगे। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों को डीजल के दाम में इस वृद्धि के बाद भी 5.71 रुपए प्रति लीटर का नुकसान होगा। हालांकि, पेट्रोल के दाम में कोई वृद्धि नहीं की गई है। पेट्रोल पर तेल कंपनियों को 50 पैसे लीटर का नुकसान हो रहा है।

केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने इससे पहले जनवरी 2013 में एक निर्णय के तहत तेल कंपनियों को हर महीने डीजल के दाम में 40 से 50 पैसे की हल्की वृद्धि करते रहने की अनुमति दी थी। यह वृद्धि तब तक की जानी थी जब तक कि डीजल पर होने वाला उनका नुकसान समाप्त नहीं हो जाता।

तेल कंपनियों ने एक अप्रैल और एक मई 2014 में यह वृद्धि नहीं की। चुनाव के दौरान इस तरह के निर्णय लेने से परहेज किया गया पर आज उसकी कोर कसर पूरी कर दी। इससे पहले 14 बार में तेल कंपनियों ने डीलज का भाव में कुल 8.33 रुपए लीटर की वृद्धि की थी।

सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम ने एक अप्रैल को डीजल के दाम नहीं बढ़ाये। जनवरी 2013 से कंपनियों हर महीने दाम बढ़ा रही थी। कंपनियों के अनुसार डीजल पर होने वाला नुकसान 6.00 रुपए लीटर से नीचे जाने पर वृद्धि रोक दी गई। हालांकि एक मई को भी दाम नहीं बढ़ाये गये जब नुकसान 6.80 रुपए लीटर तक पहुंच गया था।

पेट्रोलियम मंत्रालय ने अप्रैल में कहा कि किरीट पारिख समिति ने डीजल पर 6.00 रुपए की दर से सुनिश्चित सब्सिडी देने की सिफारिश की है इसलिये इस सीमा से कम नुकसान रहने पर दाम बढ़ाने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि, सरकार ने अभी किरीट पारिख समिति की सिफारिशों का स्वीकार नहीं किया है, पर पेट्रोलियम मंत्रालय को चुनाव बीच दाम बढ़ाने के फैसले के राजनीतिक नुकसान को देखते हुये चुनाव आयोग से मासिक वृद्धि को स्थगित रखने का आग्रह किया।

चुनाव आयोग ने एक महीने से अधिक समय तक इसका जवाब नहीं दिया। इसकी वजह से एक मई को भी मूल्यवृद्धि का फैसला नहीं हो सका। चुनाव आयोग ने अब मंत्रालय से कहा कि डीजल पर नुकसान 6.80 रुपए लीटर हो गया है इसलिये मंत्रालय दाम बढ़ाने का फैसला कर सकता है।

इंडियन ऑयल ने कहा है कि डीजल की आज की मूल्यवृद्धि के बाद भी डीजल पर 5.71 रुपए लीटर का नुकसान बकाया है। (एजेंसी)

First Published: Monday, May 12, 2014, 20:01

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