Last Updated: Tuesday, November 19, 2013, 23:01
मुंबई : नेशनल स्पाट एक्सचेंज (एनएसईएल) में 5,600 करोड़ रुपये के भुगतान घोटाले की जांच कर रही मुंबई पुलिस ने जिग्नेश शाह और जोसफ मैसी समेत एनएसईएल के निदेशकों की अचल संपत्ति कुर्क करने की तैयारी की है। पुलिस ने अभी तक चिन्हित चूककर्ताओं की सभी 166 संपत्तियों की कुर्की की हैं।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (आर्थिक अपराध शाखा) राजवर्धन सिन्हा ने बताया, ‘‘चूककर्ताओं या उधार लेने वालों की 166 परिसंपत्तियों की पहचान कुर्की के लिए की गई थी जिनमें आवास, कार्यालय, औद्योगिक इकाइयां व भूमि शामिल है। आज की तिथि में इन सभी संपत्तियों को कुर्क कर लिया गया है।’’
सिन्हा ने कहा कि आर्थिक अपराध शाखा संकटग्रस्त स्पाट एक्सचेंज के शाह, मैसी एवं अन्य निदेशकों की अचल संपत्तियों को कुर्क करने की तैयारी कर रही है।
सिन्हा ने कहा, ‘‘निदेशकों की परिसंपत्तियों की कुर्की अगले कुछ दिनों में पूरी हो सकती है। शाह और मैसी जांचकर्ताओं के संज्ञान में कुछ मुद्दे लाने के लिए आज आर्थिक अपराध शाखा कार्यालय आए थे।’’
उन्होंने कहा कि जांचकर्ताओं ने आज पूछताछ के लिए उन्हें समन जारी नहीं किया था। आर्थिक अपराध शाखा अभी तक इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है जिसमें एनएसईएल के अंजनी सिन्हा, अमित मुखर्जी और जय भुखुंडी व एनके प्रोटीन्स के प्रबंध निदेशक निलेश पटेल व लोटस रिफाइनरीज के चेयरमैन अरण शर्मा शामिल हैं।
जांचकर्ताओं को जांच के दौरान विभिन्न बैंक खातों में 145.57 करोड़ रपये मिले और इन खातों पर रोक लगा दी गई है। आर्थिक अपराध शाखा ने मामले में महाराष्ट्र प्रोटेक्शन आफ इंटरेस्ट आफ डिपाजिटर्स एक्ट लागू किया है जिससे उन्हें आरोपियों की अचल संपत्ति कुर्क करने का अधिकार मिल गया है।
एनएसईएल के कुछ सबसे बड़े बकायेदारों में मोहन इंडिया, एनके प्रोटीन्स, लक्ष्मी ग्रुप, एमएसआर फूड प्रोसेसिंग और स्वास्तिक ग्रुप जैसी कंपनियां शामिल हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 19, 2013, 23:01