Last Updated: Wednesday, October 9, 2013, 15:55
नई दिल्ली : भारत सहित उभरती अर्थव्यस्था में कारखाना और सेवा क्षेत्र में नरमी का दौर अभी छंटता नहीं दिखाई दे रहा। विकासशील देशों में सितंबर माह में भी विनिर्माण और सेवा क्षेत्र में गतिविधियां कमजोर बनी रही। वित्तीय सेवा कंपनी एचएसबीसी सर्वेक्षण के अनुसार भारत में निजी क्षेत्र के उत्पादन में लगातार तीसरे महीने निजी क्षेत्र के उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई। यह गिरावट मार्च 2009 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट रही।
कंपनियों के खरीद विभाग के प्रबंधकों के बीच मासिक सर्वे के आधार पर तैयार एचएसबीसी का उभरते बाजारों का सूचकांक (ईएमआई) सितंबर 2013 में 50 अंक से मामूली ही उपर रहा। यह इन अर्थव्यवस्थाओं में न के बराबर वृद्धि का संकेत है। ब्रिक देशों में चीन ने सितंबर में हल्की वृद्धि दर्ज की जिसमें विनिर्माण क्षेत्र का सकल वृद्धि में अच्छा योगदान रहा।
जहां तक भारत की बात है, यहां गतिविधियों में लगातार तीसरे महीने गिरावट का रख रहा। यह गिरावट मार्च 2009 के बाद की सबसे तेज गिरावट रही। इससे भारत के सेवा क्षेत्र में गतिविधियों के कमजोर पड़ने का संकेत मिलता है।
ब्राजील के मामले में एचएसबीसी का कंपोजिट मैन्युफैक्चरिंग एण्ड सर्विसिज पीएमआई सितंबर मामह में बढ़कर 50.7 अंक रहा। इससे पिछले महीने अगस्त में यह 49.7 अंक पर था। चीन के मामले में यह 51.8 से घटकर 51.2 अंक रहा गया जबकि भारत के लिये एचएसबीसी पीएमआई अगस्त के 47.6 से घटकर सितंबर में 46.1 अंक रह गया। रूस में यह 51.4 से कम होकर 51.2 अक रहा। रिपोर्ट के अनुसार समूची उभरती अर्थव्यवस्थाओं में सितंबर माह में नई कारोबारी गतिविधियों की वृद्धि कमजोर रही। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 9, 2013, 15:55