Last Updated: Friday, October 11, 2013, 21:57
नई दिल्ली : राजधानी, दुरंतो और शताब्दी ट्रेनों के मुसाफिरों को 17 अक्तूबर से रेल टिकटों पर 20 से 50 रूपए ज्यादा तक खर्च करने पड़ेंगे । खानपान की गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रमुख ट्रेनों में खाने-पीने की चीजों की दरों के पुनरीक्षण की वजह से रेल किराये में इजाफा हुआ है । प्रमुख ट्रेनों के कुल किराये में ही खाने की कीमत भी जुड़ी होगी। प्रारंभिक गणना के मुताबिक, बढ़ी हुई दरें 20 से 50 रूपए के बीच हो सकती हैं । बढ़ी हुई दरें सफर और ट्रेन पर भी निर्भर करेंगी ।
कालका जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस की एग्जिक्यूटिव क्लास के किराये में 16 रूपए का इजाफा हो सकता है जबकि मुंबई राजधानी के एसी-1 के किराये में बढ़ोत्तरी 60 रूपए तक हो सकती है ।
एक महीने के भीतर रेलवे ने दूसरी दफा यात्री किरायों में बढ़ोत्तरी की है । हालांकि, दूसरी बार किया गया इजाफा कुछ चुनिंदा ट्रेनों के लिए ही है । पिछले 7 अक्तूबर को रेलवे ने सभी ट्रेनों में 2 फीसदी का इजाफा किया था ।
रेलवे अधिकारी ने कहा कि प्रमुख ट्रेनों के बेस किराये में कोई इजाफा नहीं किया गया है और सिर्फ खाने-पीने की चीजों की दरें बढ़ायी गयीं हैं जिससे टिकटों की कीमतें बढ़ जाएंगी । अधिकारी ने कहा कि प्रति भोजन कैटररों को दी जाने वाली रकम पिछले 14 साल से नहीं बढ़ायी गयी थी ।
शाकाहारी एवं मांसाहारी लोगों के लिए भरवां काठी रोल भी मुहैया कराया जाएगा । बहरहाल, नए मेन्यू से चॉकलेट, टॉफी और फलों के जूस को हटा लिया गया है । रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, दोपहर के खाने, रात के खाने और नाश्ते पर अब 25 से 27 रूपए ज्यादा का खर्च आएगा । सुबह और शाम को दी जाने वाली चाय की दरों में 30 से 40 फीसदी की कमी की गयी है ।
ऐसी ट्रेनों में करीब 90 फीसदी यात्री एसी-2, एसी-3 और चेयर कार में ही सफर करते हैं । एसी-1, एक्जिक्यूटिव क्लास और दुरंतो स्लीपर क्लास के लिए दरों के पुनरीक्षण से टिकटों की कीमतें 30 रूपए रिपीट 30 रूपए तक बढ़ जाएंगी ।
गौरतलब है कि 17 अक्तूबर या इसके बाद की तारीख के टिकट जिन्होंने पहले ही खरीद लिए हैं उन्हें ट्रेनों में बाकी की रकम टीटीई को देनी होगी । (एजेंसी)
First Published: Friday, October 11, 2013, 21:57