Last Updated: Sunday, April 6, 2014, 15:51
नई दिल्ली : सेवा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) वित्त वर्ष 2013-14 में अप्रैल-जनवरी के दौरान सालाना आधार पर करीब 61 प्रतिशत घटकर 1.80 अरब डॉलर रहा। औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी) के आंकड़ों के अनुसार सेवा क्षेत्र में 2012-13 में अप्रैल-जनवरी के दौरान 4.66 अरब डॉलर का एफडीआई आया था। इसके अंतर्गत बैंकिंग, बीमा, आउटसोर्सिंग, अनुसंधान एवं विकास, कूरियर आदि जैसे क्षेत्र आते हैं। उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार मई में नई सरकार के गठन के बाद विदेशी निवेशक अपना निवेश बढ़ाएंगे।
सेवा जैसे प्रमुख क्षेत्रों में एफडीआई कम होने से देश में कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश वित्त वर्ष 2013-14 के पहले 10 महीनों में 18.79 अरब डालर रहा जो अप्रैल-जनवरी, 2013 में 19.10 अरब डॉलर था। देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में सेवा क्षेत्र का योगदान 60 प्रतिशत से अधिक है। वित्त वर्ष 2012-13 में सेवा क्षेत्र में विदेशी निवेश 4.83 अरब डालर जबकि 2011-12 में 5.21 अरब डालर था। जिन अन्य क्षेत्रों में विदेशी पूंजी निवेश घटा है, उसमें निर्माण तथा होटल एवं पर्यटन शामिल हैं। विदेशी निवेश में कमी से देश के भुगतान संतुलन की स्थिति के साथ रपये पर प्रभाव पड़ सकता है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, April 6, 2014, 15:51