Last Updated: Sunday, June 1, 2014, 21:46
नई दिल्ली : फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) ने केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली से कहा है कि देश में एक अनुकूल कर विनियामक वातावरण की आवश्यकता है।
फिक्की के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को बजट पूर्व जेटली से मुलाकात की और उसके बाद जारी एक बयान में कहा गया है, `नई सरकार के प्रगतिशील विकास और निष्पादन केंद्रित एजेंड के समर्थन के लिए एक गैर प्रतिद्वंद्वात्मक, अनुकूल और निष्पक्ष कर विनियामक वातावरण समय की जरूरत है।`
फिक्की के अध्यक्ष सिद्धार्थ बिड़ला ने कहा, `सरकार इस बात को नीतिगत रूप से घोषित कर सकती है कि दुर्लभतम मामलों में बचाव के लिए व्यापक कार्रवाई नहीं की जाएगी, बल्कि किसी पूर्व अवधि की नई जवाबदेही पैदा करने के लिए भी कभी भी कार्रवाई नहीं की जाएगी। निष्पक्षता में यदि व्यापक बदलाव की जरूरत होती है, तो निर्विवाद रूप से यह करदाताओं के पक्ष में हो।`
बिड़ला ने कहा, `हम यह जाहिर करें कि भारत पूंजी को महत्व देता है और उसका स्वागत करता है, तथा स्पष्ट व विश्वसनीय नीतियों के जरिए इसका समर्थन करता है।` पूंजी के कराधान से संबंधित चिंताओं पर बिड़ला ने कहा, `जो प्रावधान पूंजी के कुछ हिस्सों को प्रभावी रूप से आय के रूप में मानते हैं, वे उचित लेन-देन के लिए गंभीर रोड़ा हैं, और अनैतिक आचरण के दरवाजे खोलते हैं।`
फिक्की ने यह भी सुझाया कि कर आधार बढ़ाने के लिए, कानून को सरल बनाने के लिए और छूटों को औचित्यपूर्ण बनाने के लिए बदलावों को कानून की कसौटी पर जांचा जा सकता है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, June 1, 2014, 21:46