वर्ष 2013-14 के लिए राजकोषीय घाटा 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान

वर्ष 2013-14 के लिए राजकोषीय घाटा 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान

नई दिल्ली : वित्त वर्ष 2013-14 के लिए राजकोषीय घाटा जीडीपी का 4.5 प्रतिशत रह सकता है जो वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के अनुमान से कम है। संसद में जुलाई में 2014-15 के लिए अंतिम बजट पेश करते समय रखे जाने वाले संशोधित अनुमानों के मुताबिक, वर्ष 2013-14 के लिए राजस्व घाटा भी जीडीपी का 3.2 प्रतिशत रहेगा।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, अंतिम आंकड़ों से पता चलता है कि सरकार का विकास खर्च 2013-14 में 16,000 करोड़ रुपये अधिक रहा है। वर्ष 2012-13 में राजकोषीय घाटा जीडीपी का 4.9 प्रतिशत था। चिदंबरम ने इससे पहले राजकोषीय घाटे के लिए एक सीमा रेखा खींची थी और उनकी योजना 2013-14 में इसे जीडीपी के 4.8 प्रतिशत पर नियंत्रित रखने की थी।

मौजूदा संकेतों के मुताबिक, खर्च कम करने व 2जी स्पेक्ट्रम नीलामी से अधिक वसूली की वजह से राजकोषीय घाटे में कमी आई है। वर्ष 2014-15 के लिए अंतरिम बजट में राजकोषीय घाटा जीडीपी के 4.1 प्रतिशत या 5.29 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया गया था। (एजेंसी)

First Published: Thursday, May 15, 2014, 19:51

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