Last Updated: Saturday, February 22, 2014, 23:51
सिडनी : भारत सहित दुनिया के विकसित और विकासशील देशों के जी20 समूह के वित्त मंत्रियों के बीच यहां शनिवार को शुरू हुई बैठक में विश्व अर्थव्यवस्था में तीव वृद्धि के लिए वास्तविक और ठोस रूपरेखा के ढांचे पर सहमति बन सकती है। बैठक में विकासशील देशों का जोर इस बात पर है कि देशों के केन्द्रीय बैंकों को मौद्रिक नीति में अचानक अथवा चौंका देने वाले कदम उठाने से बचना चाहिए। ऐसे कदम वित्तीय बाजारों में उठापटक ला देते हैं।
आस्ट्रेलिया के वित्त मंत्री जॉय हॉकी ने कहा ‘‘मुझे पूरा विश्वास है कि जी20 के वित्त मंत्रियों और केन्द्रीय बैंक के गवर्नरों की इस बैठक में विश्व अर्थव्यवस्था में अगले पांच सालों के दौरान तीव्र वृद्धि लाने के लिये ठोस और वास्तविक रूपरेखा पर सहमति बन जायेगी।’’ उन्होंने कहा कि बैठक में ठोस परिणाम पर सहमति बनाने के बारे में आम धारणा देखी जा रही है।
जी20 देशों के वित्त मंत्रियों और केन्द्रीय बैंकों के गवर्नर की दो दिवसीय बैठक आज यहां शुरू हुई है। वित्त मंत्री पी. चिदंबरम बैठक में भारतीय पक्ष का नेतृत्व कर रहे हैं। समूह 20 के ये देश विश्व अर्थव्यवस्था में 85 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करते हैं। दो दिन की बैठक में विश्व आर्थिक गतिविधियों से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा होगी और सभी के बीच सहमति बनाने का प्रयास होगा। (एजेंसी)
First Published: Saturday, February 22, 2014, 23:51