Last Updated: Thursday, January 16, 2014, 14:27

वाशिंगटन : अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) प्रमुख क्रिस्टीन लेगार्दे ने कहा है कि विकसित देशों की अर्थव्यवस्थाओं में सुधार के चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था में 2014 में भी मजबूती आना जारी रहेगा, लेकिन मुद्रा अपस्फीति के जोखिम को लेकर चिंता बरकरार है।
उन्होंने कहा कि हमें 2013 की दूसरी छमाही में मजबूती के संकेत दिखाई दिए और हमें लगता है कि यह रख 2014 में भी जारी रहेगा।’’ नेशनल प्रेस क्लब द्वारा बुधवार को आयोजित एक भोज में संवाददाताओं के साथ बातचीत में आईएमएफ की प्रबंध निदेशक ने कहा कि इसके बावजूद यह वृद्धि दर निचले गियर में फंसी है।
उन्होंने कहा कि दुनिया के अधिकांश देशों में मुद्रास्फीति उसने केंद्रीय बैंकों द्वारा निर्धारित लक्ष्य से नीचे चल रही है और ‘स्पष्ट रप सें हमें अपस्फीति (आर्थिक संकुचन के चलते कीमतों में गिरावट की स्थिति) की आशंका लगती है। यह स्थिति आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए घातक हो सकती है। लेगार्दे ने कहा कि यदि मुद्रास्फीति जिन्न है तो अपस्फिीति राक्षस, इससे आरपार की लड़ाई लड़ी जानी चाहिए।
विश्व की आर्थिक वृद्धि दर की स्थिति के बारे में उन्होंने कहा कि यह संभावना से नीचे है और हमें लगता है कि यह करीब 4 प्रतिशत रहेगी जिसका मतलब है कि यह पूरी संभावना पर काम करती है तो बड़ी संख्या में रोजगार के अवसरों का सृजन हो सकता है। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर दिशा सकारात्मक है, लेकिन वैश्विक वृद्धि अब भी काफी कम, अधिक नाजुक और असमान है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, January 16, 2014, 14:27