Last Updated: Saturday, February 15, 2014, 13:48
मडगांव : गोवा के तीन खिलाड़ियों ने लुसोफोनिया खेल 2014 में जीते अपने पदक लौटा दिये जिनकी चमक कथित रूप से खत्म होने लगी थी। इससे आयोजकों ने इसके निर्माताओं को भुगतान रोक दिया। एथलीट अनिल नाईक (रजत), डेसिरी परेरा (कांस्य) और हिमांशु वेलिंगकर (कांस्य) ने कल खेलों की आयोजन समिति को अपने पदक लौटा दिये। रजत पदक की चमक कम थी जबकि कांस्य पदक पर काले दाग पड़े हुए थे।
खेल और युवा कार्य विभाग के निदेशक वी एम प्रभुदेसाई ने कहा कि लुसोफोनिया खेल आयोजन समिति ने पहले अनधिकृत शिकायतें मिलने के बाद पदकों की जांच की थी और यह देखकर वे स्तब्ध रह गए थे कि वे ढंग से नहीं बने हैं। कोलकाता में जिस सरकारी टकसाल में ये पदक बने हैं, उसके अधिकारी भी उस समय मौजूद थे। प्रभुदेसाई ने बताया कि तमाम प्रयासों के बावजूद पदकों को सुधारा नहीं जा सका।
कोलकाता में भारत सरकार की टकसाल में 693 पदक (221 स्वर्ण, 221 रजत और 251 कांस्य) बने जिन पर 61 लाख रूपये खर्च आया। हर पदक की कीमत करीब 7500 रूपये हैं जबकि राष्ट्रमंडल खेल के स्वर्ण पदक की कीम 5539 स्पये थी जो इसी टकसाल में बने थे। (एजेंसी)
First Published: Saturday, February 15, 2014, 13:48