स्पेक्ट्रम नीलामी के तीसरे दौर में सभी सर्किलों में लगी बोलियां

स्पेक्ट्रम नीलामी के तीसरे दौर में सभी सर्किलों में लगी बोलियां

नई दिल्ली : स्पेक्ट्रम की नीलामी के तीसरे चरण की आज उत्साहजनक शुरुआत हुई जबकि सरकार को सभी सर्किलों के लिए बोलियां मिली हैं। दूरसंचार कंपनियों ने 1800 मेगाहट्र्ज बैंड में सभी 22 सर्किलों तथा 900 मेगाहट्र्ज में तीनों सर्किलों के लिए बोली पेश की हैं। आधिकारिक बयान के अनुसार, अब तक, बोली के चार दौर पूरे हो चुके हैं। 1800 मेगाहट्र्ज बैंड में सभी 22 सेवा क्षेत्रों तथा 900 मेगाहट्र्ज में तीनों सेवा क्षेत्रों के लिए बोलियां पेश मिली हैं। इसके अनुसार इस तरह से दोनों बैंड के सभी सेवा क्षेत्रों के लिए बोली लगाई गई है। नीलामी आज सुबह नौ बजे शुरू हुई। भारती एयरटेल, वोडाफोन तथा रिलायंस जियो इन्फोकाम सहित आठ दूरसंचार कंपनियां इस नीलामी में भाग ले रही हैं जिससे सरकार को मौजूदा वित्त वर्ष में कम से कम 11,300 करोड़ रपये मिलने की उम्मीद है।

उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय ने कल दूरसंचार न्यायाधिकरण के आदेश में हस्तक्षेप से इनकार कर दिया था। न्यायाधिकरण ने भारती एयरटेल, वोडाफोन, लूप व आइडिया की उन याचिकाओं को खारिज कर दिया था जिनमें स्पेक्ट्रम नीलामी पर रोक लगाने तथा उनके लाइसेंसों को दस और साल के लिए बढाने का आग्रह किया गया था। इस आदेश के मद्देनजर आज नीलामी तय कार्य्रकम के हिसाब से शुरू हुई। दूरसंचार विभाग ने 1800 मेगाहट्र्ज बैंड में 385 मेगाहट्र्ज रेडियो तरंग और 900 मेगा हट्र्ज बैंड में 46 मेगाहट्र्ज ब्लाक को पेश किया है।

नीलामी में सामान्यत: एक दिन में 20-20 मिनट के अंतर के बाद बोली के 6 से 7 दौर आयोजित किये जाते हैं। प्रत्येक दौर करीब 60 मिनट का होता है। सरकार ने 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले में उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार यह नीलामी आयोजित की है। न्यायालय ने आदेश दिया है कि फरवरी, 2012 में रद्द किये गये सभी 122 लाइसेंसों से मुक्त स्पेक्ट्रम की नीलामी की जाए। इसके अलावा इस बार 900 मेगाहट्र्ज बैंड के स्पेक्ट्रम की भी नीलामी की जा रही है क्योंकि इस बैंड का कुछ स्पेक्ट्रम पुरानी दूरसंचार कंपनियों के पास है। इन कंपनियों के लाइसेंसों की अवधि नवंबर, 2014 से समाप्त होनी शुरू हो जाएगी।

साल 2010 में पहली बार 3जी स्पेक्ट्रम की नीलामी 34 दिन में खत्म हुयी थी। नवंबर, 2012 में स्पेक्ट्रम नीलामी केवल दो दिन और गत वर्ष मार्च में आयोजित नीलामी मात्र एक दिन में ही खत्म हो गयी थी। नवंबर, 2012 में 9,460 करोड़ रपये की बोलियां प्राप्त हुयी थीं, जबकि 28,000 करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए रखे गये थे और मार्च, 2013 में केवल सीडीएमए स्पेक्ट्रम की नीलामी की गयी थी और इसमें किसी जीएसएम सेवा कंपनी ने भाग नहीं लिया था। इस नीलामी में सिस्तेमा श्याम ने 21 दूरसंचार सर्किलों में से आठ के लिए करीब 3,600 करोड़ रुपये की बोली लगाकर स्पेक्ट्रम हासिल किया था। सरकार को इस बार उम्मीद है कि नीलामी सफल रहेगी और पूरा स्पेक्ट्रम बिक जाएगा। चालू वित्तवर्ष में स्पेक्ट्रम नीलामी से 40,874.50 करोड़ रुपये की आमदनी का लक्ष्य रखा गया है। इसमें एकमुश्त स्पेक्ट्रम शुल्क और वाषिर्क लाइसेंस फीस शामिल है। (एजेंसी)

First Published: Monday, February 3, 2014, 19:35

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