Last Updated: Friday, October 11, 2013, 17:57
नई दिल्ली: अरुणाचल प्रदेश के दो तीरंदाजों को चीन का नत्थी वीजा दिये जाने के मसले पर भारतीय तीरंदाजी संघ के शीर्ष अधिकारियों ने कड़ी नाराजगी जतायी है और इस मामले में सरकार से तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की है। मिहु मासेलो और युमी सोरांग दोनों ही 14 वर्ष के हैं। इन दोनों को चाइना सदर्न एयरलाइन्स के अधिकारियों ने गुरुवार रात इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ग्वांग्झू जाने वाले विमान में नहीं बैठने दिया। उनका कहना था कि उनके पास चीन में प्रवेश के लिये उपयुक्त वीजा नहीं है।
चौबीस सदस्यीय तीरंदाजी टीम के बाकी सदस्य 13 से 21 अक्तूबर के बीच पूर्वी चीन के जियांग्सू प्रांत के वुक्सी में होने वाली विश्व युवा चैंपियनशिप में भाग लेने के लिये रवाना हो गये। तीरंदाजी संघ के अध्यक्ष विजय कुमार मल्होत्रा ने विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद को इस मामले में कड़ा पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि अब समय आ गया है जबकि चीन के इस धोखे का जवाब देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश के दो तीरंदाजों को नत्थी वीजा देना भारत की संप्रभुता और अखंडता का अपमान है।
मल्होत्रा ने कहा, ‘चीन फिर से इस तरह की शरारतपूर्ण गतिविधियों में शामिल रहा और उसने भारत की क्षेत्रीय संप्रभुता को चुनौती दी है। कई बार चीनी दूतावास ने जम्मू एवं कश्मीर और अरूणाचल प्रदेश के भारतीय नागरिकों को नत्थी वीजा दिया लेकिन हमारी सरकार की प्रतिक्रिया हमेशा सुस्त रही।’
उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री की बीजिंग यात्रा से पहले चीन भारत सरकार को क्या संदेश देना चाहता है।’ (एजेंसी)
First Published: Friday, October 11, 2013, 17:57