Last Updated: Friday, January 31, 2014, 20:22

नई दिल्ली : अमेरिका के संघीय विमानन प्रशासन (एफएए) ने पहली बार भारत की विमानन सुरक्षा रेटिंग सबसे ऊपरी श्रेणी से घटाकर दूसरी श्रेणी में डाल दी है।
एफएए ने भारत की विमानन सुरक्षा की रैंकिंग पाकिस्तान से भी नीचे ला दी है जिससे भारत घाना, बारबाडोस व बांग्लादेश के समक्ष हो गया है। इससे भारतीय विमानन कंपनियों की अमेरिका के लिए उड़ानों के विस्तार पर असर पड़ेगा।
नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने अमेरिकी विमानन नियामक के निर्णय को ‘बहुत निराशाजनक व अप्रत्याशित’ करार देते हुए कहा, ‘एफएए डीजीसीए से (मानकों के मामले में) जितना चाहता था उसका हम 95 प्रतिशत अनुपालन कर रहे हैं और सरकार सुधारात्मक उपाय कर रही है।’ सिंह ने कहा कि बाकी पांच प्रतिशत में डीजीसीए में वरिष्ठ तकनीकी कर्मचारियों की भर्ती व प्रशिक्षण आता है जिसे मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा।
‘डीजीसीए एफएए के संपर्क में रहेगा और उम्मीद है कि एफएए भारत की पहले की स्थिति बहाल करने के लिए अन्य समीक्षा करेगा।’ एफएए ने पिछले साल सितंबर और दिसंबर में दो सुरक्षा अंकेक्षण किया था जिसके बाद उसने यह कदम उठाया है।
रेटिंग घटाए जाने का खामियाजा भारत से अमेरिका जाने वाले और अमेरिका से भारत आने वाले विमान यात्रियों को भुगतना पड़ेगा क्योंकि भारतीय विमानन कंपनियों को अमेरिका के लिए अपनी उड़ानों के वास्ते अधिक इंजीनियरिंग व अन्य सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ेगा।
रेटिंग घटाकर श्रेणी एक से दो में किए जाने का मतलब है कि भारतीय विमानन नियामक, संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ‘इंटरनेशनल सिविल एविएशन आर्गनाइजेशन’ द्वारा तय सुरक्षा मानकों को पूरा नहीं करता। (एजेंसी)
First Published: Friday, January 31, 2014, 20:22