Last Updated: Friday, March 7, 2014, 19:58
नई दिल्ली : वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने शुक्रवार को कहा कि देश का चालू खाते का घाटा (कैड) मौजूदा वित्त वर्ष में 40 अरब डॉलर से कम रहेगा जो 2012-13 के रिकार्ड स्तर से काफी कम है।
चिदंबरम ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘चालू खाते के घाटे के बारे में बजट भाषण में कहा गया है कि यह 45 अरब डॉलर से नीचे रहेगा। अब जब वर्ष समाप्त होने में 23 दिन बचा है, हम विश्वास के साथ कह सकते हैं कि कैड 40 अरब डॉलर से कम रहेगा।’ विदेशी पूंजी प्रवाह तथा बहिर्प्रवाह के बीच अंतर 2013-14 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में 26.9 अरब डॉलर (जीडीपी का 3.1 प्रतिशत) रहा जबकि 2012-13 की पहली छमाही में यह 37.9 अरब डॉलर (4.5 प्रतिशत) था।
चिदंबरम ने यह भी उम्मीद जतायी कि सरकार 2013-14 में संशोधित राजकोषीय घाटे का लक्ष्य हासिल कर लेगी जो 4.6 प्रतिशत है। उन्होंने कहा, ‘हम चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को हासिल कर लेंगे। संशोधित अनुमान 4.6 प्रतिशत है और मुझे पूरा विश्वास है कि हम लक्ष्य हासिल कर लेंगे।’
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार को लक्ष्य तय करने का अधिकार है तो रिजर्व बैंक के पास इस लक्ष्य को पाने के लिए जरूरी कदम उठाने के अधिकार हैं। चिदंबरम ने विश्वास व्यक्त किया कि सरकार और रिजर्व बैंक आपस में मिलकर काम करते हुए इन लक्ष्यों को हासिल कर लेंगे।
चिदंबरम ने कहा, ‘मेरा मानना है कि आगे की राह के बारे में आपसी सूझबूझ बहुत अच्छी है। हमें मूल्य स्थिरता और आर्थिक वृद्धि दोनों ही लक्ष्यों को हासिल करना होगा.. मुझे पूरा विश्वास है कि सरकार और रिजर्व बैंक दोनों मिलकर काम करते हुए इन लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं।’
रिजर्व बैंक द्वारा नियुक्त उर्जित पटेल समिति ने सिफारिश की है कि केन्द्रीय बैंक को जनवरी 2015 के लिए खुदरा मुद्रास्फीति को 8 प्रतिशत और जनवरी 2016 तक 6 प्रतिशत पर लाने का लक्ष्य रखना चाहिए। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति जनवरी 2014 में 8.79 प्रतिशत रही है। (एजेंसी)
First Published: Friday, March 7, 2014, 19:58