Last Updated: Thursday, December 12, 2013, 12:43
मुंबई : रेटिंग एजेंसी इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च ने एक रपट में कहा है कि पेट्रोलियम उत्पादों को लागत से कम कीमत पर बेचने वाला नुकसान या अंडर रिकवरी मौजूदा वित्त वर्ष में बढ़कर 1470 अरब रुपये हो जाएगा। रपट के अनुसार रुपये तथा वैश्विक तेल कीमतों में अस्थिरता का असर इस अंडर रिकवरी पर होगा।
रपट में कहा गया है, `हमारा मानना है कि रपये तथा कच्चे तेल की कीमतों में अस्थिरता के चलते पेट्रोलियम उत्पादों पर सकल अंडर रिकवरी ऊंची रहेगी।` रपट में कहा गया है कि तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में हाल ही में आई मामूली गिरावट का अस्थायी असर ही होगा क्योंकि अन्य भू-राजनीतिक अस्थिरताएं सामने आती रहती हैं।
इसके अनुसार किरीट पारेख समिति के सुझावों के अनुसार सरकार द्वारा डीजल की कीमतों में एकमुश्त बढोतरी पर विचार करने का मामला बनता है लेकिन इसकी संभावना नहीं है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 12, 2013, 12:43