Last Updated: Monday, March 3, 2014, 16:43
नई दिल्ली : चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में ऐसे क्षेत्रों की संख्या बढ़ी है जिसमें उत्पादन संकुचन हुआ है। इतना ही इतना ही उच्च वृद्धि वाले क्षेत्रों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गयी। उद्योग मंडल सीआईआई और एएससीओएन की एक रपट में यह बात कही गयी है। सर्वे में पाया गया है कि 2013-14 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में औद्योगिक गतिविधियां धीमी और खराब रही जबकि पिछली तिमाही में वृद्धि देखी गयी थी।
सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा, यह अत्यंत चिंता का विषय है कि मूल, मध्यवर्ती तथा पूंजीगत वस्तुओं से संबद्ध क्षेत्रों में अक्तूबर-दिसंबर, 2013 के दौरान कमजोर वृद्धि रही। रिपोर्ट के अनुसार कुल 110 क्षेत्रों में 31 क्षेत्र (28.18 प्रतिशत) में 2013 में गिरावट या नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गयी जबकि 2012 में 101 क्षेत्रों में से 21 क्षेत्रों (20.8 प्रतिशत) की यह स्थिति थी।
इतना ही नहीं, उच्च वृद्धि वाले क्षेत्रों की संख्या घटी है और यह 10.90 प्रतिशत (110 क्षेत्रों में 12 क्षेत्र) रही जबकि 2012 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में यह 18.8 प्रतिशत (101 क्षेत्रों में से 19 क्षेत्र) थी। रिपोर्ट में कहा गया है, औद्योगिक वृद्धि धीमी और गिरावट की यह निरंतर प्रवृत्ति अर्थव्यवस्था की कमजोर स्थिति को रेखांकित करती है। (एजेंसी)
First Published: Monday, March 3, 2014, 16:43