Last Updated: Wednesday, March 12, 2014, 00:05
नई दिल्ली : देश की आर्थिक वृद्धि को तीव्र गति की ट्रेनों से जोड़ते हुए जापान की एक रेल कंपनी के प्रमुख ने कहा है कि तीव्र गति वाले रेल नेटवर्क से देश को विकास तथा प्रगति के अपने लक्ष्य को साकार करने में मदद मिलेगी। सेंट्रल जापान रेलवे कंपनी के चेयरमैन योशियुकी कासाई ने कहा कि भारत में विभिन्न शहरों में 500 से 600 किलोमीटर की रफ्तार वाली ट्रेन चलाने की संभावना है। यही कंपनी जापान में बुलेट ट्रेन चलाती है।
यहां एक सेमिनार को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, उच्च गति की रेल से शहरों के बीच यात्रा समय में कई घंटे की कमी आएगी। इसका आर्थिक एवं सामाजिक विकास पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि भारत तीव्र गति से चलने वाली ट्रेन की मदद से उच्च आर्थिक वृद्धि प्राप्त कर सकता है। उन्होंने इस मामले में जान के अनुभवों को रेखांकित किया।
कासाई ने कहा, जापान में तीव्र गति कर रेल प्रणाली को इस रूप से तैयार किया गया है जिससे यात्रियों के लिये यात्रा में समय कम लगे जिसका काफी आर्थिक लाभ है। सेंट्रल जापान रेलवे कंपनी (जेआरसी) तोकाइदो शिंकानसेन बुलेट ट्रेन का परिचालन करती है जो जापान की तोक्यो, नगोया तथा ओसाका को जोड़ती है।
भारत में बुलेट ट्रेन की संभावना के बारे में उन्होंने कहा, भारत में परंपरागत रेलवे का बड़ा नेटवर्क है। औद्योगीकरण की ओर अग्रसर भारत में तीव्र गति की ट्रेन चलाने की काफी संभावना है।
कासाई ने कहा, भारत के प्रमुख शहरों के बीच 500 से 600 किलोमीटर की रफ्तार वाले रेल नेटवर्क बिछाने के मामले में लागत जुड़ी है लेकिन इसका दीर्घकालीन आर्थिक एवं सामाजिक प्रभाव काफी ज्यादा है। वित्तीय बोझ कम करने के लिये सार्वजनिक-निजी भागीदारी से इस बोझ को कम किया जा सकता है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 12, 2014, 00:05