Last Updated: Sunday, May 11, 2014, 21:17

लंदन : भारत में जन्मे हिंदुजा बंधु, ब्रिटेन के सबसे अमीर व्यक्ति बनकर उभरे हैं। इस सूची में लार्ड स्वराज पॉल एवं भारतीय मूल के चार अन्य उद्योगपतियों समेत 102 अरबपति शामिल हैं। ब्रिटेन के सबसे धनी व्यक्तियों की संडे टाइम्स की वाषिर्क सूची के मुताबिक, लंदन स्थित हिंदुजा बंधुओं की संपत्ति पिछले साल 1.3 अरब पौंड बढ़कर 11.9 अरब पौंड पहुंच गई है। हिंदुजा बंधुओं ने लक्ष्मी मित्तल व रूसी उद्योगपति अलिशर उस्मानोव को पीछे छोड़ दिया है।
बहुराष्ट्रीय हिंदुजा समूह चलाने वाले गोपीचंद हिंदुजा और श्रीचंद हिंदुजा का कारोबार वाहन, रीयल एस्टेट व तेल क्षेत्र में फैला है। वे पिछले साल सूची में तीसरे पायदान पर थे और इस साल पहले पायदान पर पहुंच गए हैं। सूची का पूरा संस्करण अगले रविवार को जारी किया जाएगा। सूची में लक्ष्मी मित्तल, प्रकाश लोहिया, लार्ड स्वराज पॉल, अनिल अग्रवाल व अजय कलसी जैसे एनआरआई उद्योगपति शामिल हैं।
रूसी उद्योगपति उस्मानोव 10.65 अरब पौंड की संपत्ति के साथ दूसरे पायदान पर हैं, जबकि पिछले साल वह पहले पायदान पर थे। वहीं कोलकाता में जन्मे मित्तल 10.25 अरब पौंड की संपत्ति के साथ एक पायदान उपर चढ़कर तीसरे पायदान पर पहुंच गए हैं।
अखबार ने लिखा है, पिछले साल, हिंदुजा बंधुओं ने सउदी अरब की ल्यूब्रिकेंट कंपनी पेट्रोमिन में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी 20 करोड़ पौंड से अधिक रकम में बेची। भारत में प्रापर्टी में निवेश से 20 करोड़ पौंड जुड़े हंै। हिंदुजा परिवार के इंडसइंड बैंक में करीब 2.7 अरब पौंड पूंजी लगाई गई है। ब्रिटेन में हिंदुजा आटोमोटिव ने 2012.13 में करीब 1.5 अरब पौंड का कारोबार किया।
लक्ष्मी निवास मित्तल के संदर्भ में अखबार ने कहा है कि पिछले एक दो साल से गिरावट के बाद इनका कारोबार फिर उभरने लगा है। अखबार ने लिखा है, इस्पात उद्योग में कठिन दौर के बाद मित्तल को आशा की किरण दिख रही है। आर्सेलरमित्तल के शेयर गिरावट से उबर गए हैं जिससे कंपनी में उनकी हिस्सेदारी का मूल्य पिछले एक साल में 70 करोड़ पौंड बढ़कर 6.65 अरब पौंड हो गया है।
मित्तल के रिश्तेदार लोहिया ब्रिटेन के 46वें सबसे धनी व्यक्ति हैं और उनकी संपत्ति 2.11 अरब पौंड की है। अग्रणी एनआरआई उद्योगपति व कपारो के प्रमुख लार्ड स्वराज पॉल ब्रिटेन के 48वें सबसे धनी है और उनकी संपत्ति का मूल्य करीब 2 अरब पौंड है।
अखबार ने लिखा है, 83 वर्षीय पॉल अपनी बेटी का इलाज कराने के लिए 1966 में भारत से ब्रिटेन आए थे और बेटी की मृत्यु होने के बाद वह ब्रिटेन में ही रहे और उन्होंने इस्पात विनिर्माण समूह कपारो की स्थापना की जिसे 2013 में 6.2 करोड़ पौंड का मुनाफा हुआ। कंपनी का पुनर्गठन किया गया है और इसके अमेरिकी व भारतीय कारोबार का मूल्य 1.6 अरब पौंड है।
पॉल वेस्टमिन्स्टर व वॉल्वरहैंपटन विश्वविद्यालयों के चांसलर हैं। उन्होंने अपनी बेटी की याद में अंबिका पॉल फाउंडेशन स्थापित किया है जो बच्चों के कल्याण के लिए काम करता है। वेदांता रिसोर्सेज के प्रमुख अनिल अग्रवाल 50वें पायदान पर हैं और इंडस गैस के प्रमुख कलसी 102वें पायदान पर हैं।
लंदन के 72 अरबपतियों में आधे से अधिक. 39 अरबपति विदेशी मूल के हैं, राष्ट्रीय स्तर पर विदेशी मूल के अरबपतियों का अनुपात कम है। देश में कुल 104 अरबपतियों में से 44 अरबपति विदेशी मूल के हैं। इस साल की सूची से यह भी जाहिर हुआ है कि विश्व में किसी अन्य शहर के मुकाबले सबसे अधिक अरबपति लंदन में हैं और ब्रिटेन में रह रहे अरबपतियों की संख्या पहली बार 100 से अधिक पहुंच गई है।
ब्रिटेन में अरबपतियों की संख्या 104 है और उनकी कुल संपत्ति 301 अरब पौंड से अधिक है। ब्रिटेन की राजधानी लंदन में 72 लोग ऐसे हैं जिनके पास एक अरब पौंड की संपत्ति है। ब्रिटेन के बाद विश्व का अगला सबसे समृद्ध शहर मास्को है जहां 48 अरबपति हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, May 11, 2014, 21:00