Last Updated: Monday, May 5, 2014, 21:33
मुंबई : अनुसंधान फर्म इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च (इंड-रा) की एक रपट के अनुसार होटल उद्योग के समक्ष आय में कमजोर वृद्धि, अवरूद्ध लाभप्रदता तथा बढे हुए ऋण जोखिम का संकट वित्त वर्ष 2015 में भी बना रहेगा। रिपोर्ट के अनुसार मांग में कमजोर वृद्धि तथा आपूर्ति संबंधी दबावों के चलते होटल उद्योग के समक्ष उक्त संकट जारी रहेगा।
एजेंसी का मानना है कि फौरी तौर पर कमजोर मांग के कारण वित्त वर्ष 2015 में प्रमुख होटल कंपनियों की आय वृद्धि 5 से 10 प्रतिशत रहेगी। यह वित्त वर्ष 2013 के अनुसार ही है जबकि कमजोर व्यापक आर्थिक हालात के बीच कारोबारी यात्रियों व विदेशी पर्यटकों की आवक में वृद्धि नहीं हुई।
होटल उद्योग के लिए कारपोरेट यात्री मांग बढाने में बड़ी भूमिका निभाते हैं क्योंकि यात्रियों में उनका हिस्सा लगभग 60 प्रतिशत है। इंड-रा का मानना है कि प्रमुख कंपनियों के लिए लाभप्रदता लगभग 20 प्रतिशत पर सीमित रहेगी।
(एजेंसी)
First Published: Monday, May 5, 2014, 21:33