Last Updated: Wednesday, February 5, 2014, 14:08

न्यूयार्क : भारत में जन्मे सत्य नडेला ने कहा है कि माइक्रोसाफ्ट के शीर्ष पद को स्वीकार करने के लिए उन्होंने खुद हाथ उठाया क्योंकि वह कंपनी के मुख्य कार्यकारी के रूप में काम करते हुए उन्हें ‘साफ्टवेयर की शक्ति से संचालित दुनिया’ पर प्रभाव छोड़ने और और कुछ नया करने का मौका मिलेगा।
माइक्रोसाफ्ट में पिछले 22 साल से काम कर रहे 46 वर्षीय नडेला को मंगलवार को प्रौद्योगिकी क्षेत्र की इस विशाल कंपनी का मुख्य कार्यकारी अधिकारी नियुक्त किया गया। कंपनी के सह संस्थापक बिल गेट्स उनके सलाहकार होंगे।
गेट्स कंपनी के चेयरमैन पद से हट गए हैं। अब वह निदेशक मंडल में संस्थापक और प्रौद्योगिकी सलाहकार के रूप में रहेंगे तथा कंपनी को ज्यादा समय देंगे। कंपनी की वेबसाइट पर प्रकाशित एक साक्षात्कार में नडेला ने कहा कि उन्होंने बहुत गंभीरता से सोचा कि वह मुख्य कार्यकारी क्यों बनना चाहते हैं और जवाब था कि वह अपनी छाप छोड़ना चाहते हैं। यह पूछने पर कि वह माइक्रोसाफ्ट के मुख्य कार्यकारी क्यों बनना चाहते हैं नडेला ने कहा कि जब मौका आया तो यही सवाल मैंने अपने आप से भी पूछा। नडेला ने कहा कि जब यह सोचता हूं कि मैं मूल रूप से यहां क्यों हूं, तो लगा अपना असर छोड़ने के लिए। साफ्टवेयर से संचालित दुनिया के दौर में माइक्रोसाफ्ट से बेहतर जगह क्या होगी। इसके लिए हमारे पास 1,30,000 लोगों की ताकत है और तेजी से साफ्टवेयर से संचालित होती दुनिया में इसका उपयोग कर सकते हैं। मूल रूप से यही मौका मुझे प्रेरित कर सकता है और यहां तक लेकर आया। मैंने खुद आगे बढ़कर यह जिम्मेदारी संभाली। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 5, 2014, 14:08