भारत ने आईपीआर कानूनों का बचाव किया

भारत ने आईपीआर कानूनों का बचाव किया

नई दिल्ली : भारत ने अपने बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) कानूनों को अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अनुरूप बताते हुए आज कहा कि वह इस मुद्दे पर अमेरिका की किसी एकतरफा जांच कार्रवाई में भाग नहीं लेगा।

अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि (यूएसटीआर) की विशेष 301 रपट जारी होने के एक दिन बाद वाणिज्य सचिव राजीव खेर ने आज यह बात कही। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के आईपीआर सहित सभी मुद्दों पर केवल व्यापार नीति मंच में बातचीत होनी चाहिए।

अमेरिका-भारत व्यापार नीति मंच दोनों देशों के बीच संवाद का प्रधान मंच है। इसमें निवेश, आईपीआर, सेवा तथा तटकर व गैर तटकर बाधाओं पर विशेष समूह हैं। खेर ने कहा कि वह व्यापार से जुड़े मुद्दों पर विचार विमर्श करने के लिए जून के आखिर या जुलाई के शुरू में डिप्टी यूएसटीआर वेंडी कटलर से मुलाकात करेंगे।

उल्लेखनीय है कि अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि ने कल भारत को प्राथमिकता वाले दूसरे देश की सूची से बाहर रखने का फैसला किया। यह बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) के मसले पर किसी देश का सबसे खराब वर्गीकरण करने संबंधी सूची है। हालांकि, अमेरिका ने कहा है कि वह भारत में बनने वाली नई सरकार के साथ बौद्धिक संपदा अधिकारों के प्रवर्तन और संरक्षण के मसले पर बात करेगा। (एजेंसी)

First Published: Thursday, May 1, 2014, 20:45

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