Last Updated: Friday, February 28, 2014, 21:19
नई दिल्ली : देश की आर्थिक वृद्धि दर मुख्य रूप से कृषि और सेवा क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन की बदौलत चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 4.7 प्रतिशत रही। सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर इससे पहले जुलाई-सितंबर तिमाही में 4.8 प्रतिशत और अप्रैल-जून तिमाही में 4.4 प्रतिशत रही थी। इस लिहाज से चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीने :अप्रैल-दिसंबर: में वृद्धि दर 4.6 प्रतिशत रही। एक साल पहले इसी अवधि में यह 4.5 प्रतिशत थी।
केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (सीएसओ) द्वारा आज जारी इन आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2012-13 की तीसरी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 4.4 प्रतिशत रही थी। सीएसओ ने चालू वित्त वर्ष (2013-14) के अग्रिम अनुमान में आर्थिक वृद्धि दर 4.9 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। ऐसे में नौ महीने के जीडीपी वृद्धि आंकड़ों को देखते हुए लक्ष्य हासिल करने के लिये मार्च में समाप्त होने वाली चौथी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर निश्चित रूप से 5.7 प्रतिशत रहनी चाहिए।
कृषि क्षेत्र में उत्पादन चालू वित्त वर्ष की अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में 3.6 प्रतिशत की दर से बढ़ा जबकि इससे पूर्व वित्त वर्ष (2012-13) में 0.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। अप्रैल-दिसंबर के दौरान क्षेत्र की वृद्धि दर 3.6 प्रतिशत रही। विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर तीसरी तिमाही में 1.9 प्रतिशत घटी जबकि एक वर्ष पूर्व इसी तिमाही में 2.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। वर्ष के पहले नौ महीने में क्षेत्र का उत्पादन 0.7 प्रतिशत घटा।
बिजली, गैस तथा जल आपूर्ति क्षेत्र की वृद्धि दर अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में 5 प्रतिशत रही जो एक वर्ष पूर्व इसी तिमाही में 2.6 प्रतिशत थी। अप्रैल-दिसंबर, 2013 में यह 5.5 प्रतिशत रही। निर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर आलोच्य तिमाही में 0.6 प्रतिशत रही जो एक वर्ष पूर्व इसी तिमाही में 1.0 प्रतिशत रही थी। अप्रैल-दिसंबर के दौरान क्षेत्र की वृद्धि दर 2.5 प्रतिशत रही।
व्यापार, होटल, परिवहन तथा संचार क्षेत्र में वृद्धि दर तीसरी तिमाही में 4.3 प्रतिशत रही जो एक वर्ष पूर्व इसी तिमाही में 5.9 प्रतिशत थी। चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में इस क्षेत्र की वृद्धि दर 4.1 प्रतिशत रही। वित्त, बीमा तथा रीयल एस्टेट समेत सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर 2013-14 की अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में 12.5 प्रतिशत रही जो एक वर्ष पूर्व इसी तिमाही में 10.2 प्रतिशत थी। अप्रैल-दिसंबर के दौरान क्षेत्र की वृद्धि दर 10.5 प्रतिशत रही जो इससे पूर्व वित्त वर्ष की इसी अवधि में 10.8 प्रतिशत थी।
खनन क्षेत्र में चालू वित्त वर्ष 2013-14 की तीसरी तिमाही में 1.6 प्रतिशत की गिरावट आयी जबकि एक वर्ष पूर्व इसी तिमाही में इसमें 2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी थी। अप्रैल-दिसंबर में उत्पादन 1.6 प्रतिशत घटा जबकि एक वर्ष पूर्व इसी तिमाही में इसमें 1.1 प्रतिशत गिरावट आयी थी।
समुदाय, सामाजिक तथा व्यक्तिगत सेवाएं क्षेत्र की वृद्धि दर अक्तूबर-दिसंबर, 2013 में 7 प्रतिशत रही जो इससे पूर्व वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 4 प्रतिशत थी। नौ महीनों की अवधि के दौरान क्षेत्र की वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत रही। नये निवेश का संकेत माने जाने वाला सकल स्थिर पूंजी निर्माण तीसरी तिमाही में इससे पूर्व वित्त वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में स्थिर (2004-05) मूल्य पर 5 लाख करोड़ रुपये पर बरकरार रहा। (एजेंसी)
First Published: Friday, February 28, 2014, 21:19