Last Updated: Friday, January 10, 2014, 00:28
नई दिल्ली: देश की एक प्रमुख सरकारी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कारपोरेशन (आईओसी) के विनिवेश का फैसला गुरुवार को टल गया। पिछले कुछ समय से विदेशों में इसकी हिस्सेदारी बिक्री के लिए जोर शोर से निवेशक तलाशे जा रहे थे। वित्त मंत्री पी. चिदंबरम की अध्यक्षता वाले मंत्रियों के अधिकार प्राप्त समूह (ईजीओएम) ने कंपनी में सरकार की हिस्सेदारी के विनिवेश का फैसला टाल दिया।
ईजीओएम की बैठक के बाद पेट्रोलियम मंत्री एम. वीरप्पा मोइली ने संवाददाताओं से कहा कि विनिवेश पर फैसले को फिलहाल टाल दिया गया है। खुद पेट्रोलियम मंत्रालय विनिवेश नहीं चाहता है। मंत्री ने पहले कहा था कि कंपनी के शेयरों की कीमत 52 सप्ताह के निचले स्तर पर है और ऐसे में कंपनी का विनिवेश नहीं किया जा सकता है।
कंपनी के शेयरों ने 18 जनवरी 2013 को 52 सप्ताह का ऊपरी स्तर 375 रुपये और 31 जुलाई 2013 को निचले स्तर 186.20 रुपये को छुआ था।
आईओसी का विनिवेश दिसंबर में होने की उम्मीद की जा रही थी, जबकि इसकी 10 फीसदी हिस्सेदारी बिक्री कर 4,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए विदेशों में रोडशो किए गए थे। हांगकांग, सिंगापुर और अमेरिका में हुए रोडशो में निवेशकों की अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिली। कंपनी के शेयर गुरुवार को बंबई स्टॉक एक्सचेंज में 198.95 रुपये पर बंद हुए।
पेट्रोलियम मंत्रालय और कंपनी ने वित्त मंत्रालय से आग्रह किया है कि जब तक कंपनी के शेयरों में मजबूती नहीं आ जाती, इसका विनिवेश नहीं किया जाए। कंपनी में सरकार की 78.92 फीसदी हिस्सेदारी है और सरकार ने मौजूदा कारोबारी साल में विनिवेश से 40 हजार करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, January 9, 2014, 20:29