Last Updated: Sunday, October 6, 2013, 11:54
नई दिल्ली : शेयर बाजार के विशेषज्ञों ने कहा कि वृहद आर्थिक आंकड़े और दूसरी तिमाही के कंपनियों के नतीजे तथा वैश्विक संकेतक शेयर बाजार में निकट भविष्य के रुख को निर्धारित करेंगे। कंपनियों के नतीजे शुक्रवार को इन्फोसिस के साथ आने शुरू होंगे।
इन्फोसिस के 11 अक्तूबर को आने वाले नतीजों से पहले बाजार में सतर्कता मा माहौल बने रहने की संभावना है। विशेषज्ञों ने कहा कि आर्थिक वृद्धि दर में नरमी से कंपनियों के नतीजों पर असर पड़ सकता है। अगस्त माह के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े शुक्रवार को आने वाले हैं।
इसके अलावा थोक मूल्य सूचकांक आधारित (डब्ल्यूपीआई) और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े 14 अक्तूबर को घोषित किये जाएंगे जो बाजार के लिए मुख्य उत्प्रेरक साबित होंगे। भारतीय रिजर्व बैंक 29 अक्तूबर को मौद्रिक नीति की दूसरी तिमाही की समीक्षा पेश करेगा। (एजेंसी)
First Published: Sunday, October 6, 2013, 11:54