Last Updated: Tuesday, April 15, 2014, 16:39

बेंगलूर : सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी इन्फोसिस का शुद्ध लाभ बड़े सौदों और ग्राहकों द्वारा खर्च बढ़ाए जाने के मद्देनजर 31 मार्च 2014 को समाप्त तिमाही के दौरान 25 प्रतिशत बढ़ गया। बेंगलूर की कंपनी को वित्त वर्ष 2013-14 की चौथी तिमाही के दौरान 2,992 करोड़ रुपए का समेकित लाभ हुआ जो पिछले साल की इसी अवधि में 2,394 करोड़ रुपए था। उक्त तिमाही में कंपनी की आय 23.2 प्रतिशत बढ़कर 12,875 करोड़ रुपए हो गई जो इससे पहले 10,454 करोड़ रुपए थी।
देश की दूसरी सबसे बड़ी साफ्टवेयर सेवा निर्यातक कंपनी ने कहा कि उसे उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2014-15 में अमेरिकी डालर में उसकी आय सात से नौ प्रतिशत के दायरे में होगी जो उद्योग मंडल नास्कॉम के 13-15 प्रतिशत के अनुमान से काफी कम है। रुपए के लिहाज से भी कंपनी ने चालू वित्त वर्ष के दौरान आय में 5.6-7.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी का अनुमान जताया है।
नतीजे की घोषणा पर सकारात्मक प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए इन्फोसिस का शेयर बंबई शेयर बाजार में तेजी के साथ खुला और चार प्रतिशत चढ़कर 3,371.80 पर आ गया। हालांकि 11 बजकर 30 मिनट पर शेयर की शुरूआती तेजी पर लगाम लगी और 1.50 प्रतिशत चढ़कर 3,286.40 रुपए के स्तर पर पहुंच गया।
इस अनुमान के संबंध में इन्फोसिस के मुख्य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक एस डी शिबूलाल ने कहा, जैसा कि हमने इससे पहले कहा है हमारा अनुमान वास्तविकता के आधार पर तय किया गया है। हम कम वृद्धि वाली तिमाही (चौथी और तीसरी) से उबर रहे हैं।
शिबूलाल ने कहा,हमने कहा है कि तीसरी और चौथी तिमाही में हमने जिन चुनौतियों का सामना किया वे आने वाले दिनों में भी बरकरार रहेंगी। हमने इन सारी चीजों को ध्यान में रखकर 7-9 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान जताया है। आज हमें हालात यही नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कंपनी एक साल पहले के मुकाबले 2013-14 में वृद्धि दर दोगुनी करने में कामयाब रही लेकिन चौथी तिमाही के दौरान इसका प्रदर्शन बहुत निराशाजनक रहा।
अमेरिकी डालर के लिहाज से इन्फोसिस का मुनाफा वित्त वर्ष 2013-14 की जनवरी से मार्च की तिमाही में 9.7 प्रतिशात बढ़कर 48.7 करोड़ डालर हो गया जबकि आय 7.9 प्रतिशत बढ़कर 2.09 अरब डालर हो गई। अक्तूबर से दिसंबर 2013 की तिमाही में इन्फोसिस का मुनाफा 4.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 2,875 करोड़ रहा जबकि आय 1.2 प्रतिशत घटकर 13,026 करोड़ रुपए रही।
वित्त वर्ष 2014 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 13 प्रतिशत बढ़ककर 10,648 करोड़ रुपए रहा जबकि आय 24.2 प्रतिशत बढ़कर 50,133 करोड़ रही। कंपनी की आय में उत्तरी अमेरिका का योगदान 59.8 प्रतिशत रहा जबकि यूरोप का योगदान 25.2 प्रतिशत, भारत का 2.6 प्रतिशत और शेष विश्व का 12.4 प्रतिशत रहा।
इन्फोसिस ने 2013-14 की आखिरी तिमाही में 10,997 कर्मचारियों को नियुक्त किया और पूरे साल के दौरान 39,985 कर्मचारियों को नियुक्त किया जिससे कंपनी के कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 1,60,405 हो गई।
कंपनी ने कर्मचारियों के वेतन 6-7 प्रतिशत बढाए हैं जो पहली अप्रैल से लागू हो गयी है। इन्फोसिस के मुख्य वित्त अधिकारी राजीव बंसल ने कहा, हमने वेतन में इजाफा किया है। देश में कर्मचारियों का वेतन छह से सात प्रतिशत और विदेश में परियोजना स्थल पर काम के लिए भेजे गए कर्मचारियों का वेतन एक से दो प्रतिशत बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि वेतन वृद्धि एवं प्रोन्नति पर खर्च और अमेरिका में नए वीजा पर खर्च से चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के मुनाफे में करीब तीन प्रतिशत की कमी हो सकती है।
शिबूलाल ने कहा, पिछले नौ महीने में दूसरी बार हम वेतन बढ़ा रहे हैं। नौ महीने पहले हमने विदेशी कर्मचारियों के वेतन में छह से आठ प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। कंपनी ने कहा है कि इन्फोसिस और इसकी अनुषंगियों ने चौथी तिमाही में 50 ग्राहक जोड़े जबकि पूरे साल के दौरान 238 नए ग्राहक बनाए। कंपनी के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2013-14 के लिए 43 रपए शेयर के लाभांश की सिफारिश की है।
अपनी समकक्ष कंपनियों से पिछड़ने के कारण इन्फोसिस ने पिछले साल जून में अपने संस्थापक अध्यक्ष एन आर नारायण मूर्ति को सेवानिवृत्ति के बाद वापस बुलाया ताकि कंपनी को घटते मुनाफे से उबारा जा सक। भारत के 110 अरब डालर के आईटी-बीपीओ क्षेत्र की सबसे लोकप्रिय कंपनी रही इन्फोसिस इस समय शीर्ष कार्यकारियों के छोड़कर जाने के संकट से जूझ रही है जिसे विश्लेषक चिंता का विषय मानते हैं।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 15, 2014, 11:46