Last Updated: Wednesday, January 1, 2014, 20:31
मुंबई : पूंजी बाजार नियामक सेबी ने नये साल में आम निवेशकों के हितों की रक्षा के उपाय और मजबूत बनाने का वादा किया है। सेबी ने इसके लिये भेदिया कारोबार पर नजर रखने और बाजार में जोखिम प्रबंधन की मजबूत प्रणाली बनाने की दिशा में पहल की है।
सेबी चेयरमैन यू.के. सिन्हा ने वर्ष 2014 के दौरान पूंजी बाजार नियामक के समक्ष मुख्य प्राथमिकताओं के बारे में जानकारी देते हुये कहा, ‘नये साल में हमारा ध्यान भेदिया कारोबार प्रणाली को मजबूत बनाने पर होगा। इसके अलावा कारोबार की जोखिम प्रबंधन प्रणाली को भी मजबूत बनाया जाएगा।’
सिन्हा ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘ये दो प्रमुख क्षेत्र हैं जिनपर हमारा ध्यान रहेगा। इसके अलावा शोध विश्लेषण के मामले में भी अंतिम दिशानिर्देश जारी करने की हमारी योजना है। इसके लिये हमने नियमों का मसौदा पहले ही जारी किया है, फिलहाल इन पर पूरी सक्रियता के साथ विचार किया जा रहा है।’
सिन्हा ने कहा, ‘भेदिया कारोबार पर अंकुश लगाने के मामले में हमने कई काम किये हैं, लेकिन फिर भी मैं यह कहना चाहूंगा कि इस क्षेत्र के बारे में धारणा यही है कि सेबी को और कदम उठाने चाहिये।’ सेबी अध्यक्ष ने कहा कि आमतौर पर लोग भारतीय पूंजी बाजार की तुलना अमेरिका से करने लगते हैं, लेकिन वह यह नहीं समझते कि वहां प्रतिभूति विनिमय आयोग अकेला नहीं है बल्कि अमेरिका में भेदिया कारोबार से जुड़े कइ मामलों को आपराधिक न्याय प्रणाली के तहत देखा जा रहा है।
सेबी इस समय अपने करीब दो दशक पुराने भेदिया कारोबार के नियमों को दुरस्त करने में लगा है। इसके बाद गैर-कानूनी भेदिया कारोबार में लिप्त लोगों के साथ कड़ाई से निपटा जायेगा। कंपनियों की शेयर मूल्य पर असर डालने वाली ऐसी संवेदनशील सूचना जो प्रकाशित नहीं हुई, उसकी जानकारी रखने वाले लोकसवकों, नियामकीय अधिकारियों, न्यायिक सेवा और सरकारी अधिकारियों को भेदिया कारोबार के दायरे में लाया गया है।
उन्होंने कहा कि सेबी उसे जो काम दिया गया है उसके अनुरूप काम कर रहा है और अपने काम को प्रभावी ढंग से निभा रहा है। उन्होंने कहा कि भेदिया कारोबार से निपटने के नियमों को मजबूत बनाया जा रहा है और एक विशेषज्ञ समिति ने इन नियमों में बदलाव के बारे में अपनी रिपोर्ट सौंपी है। हाल ही में सेबी कानून में संशोधन कर सेबी को ज्यादा अधिकार भी दिये गये हैं। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 1, 2014, 20:31