वित्तीय निवेशों के लिए साझा डीमैट खाता शुरू हो: चिदंबरम

वित्तीय निवेशों के लिए साझा डीमैट खाता शुरू हो: चिदंबरम

नई दिल्ली : वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने नियामकों से वित्तीय निवेश परिसंपत्तियों के लिए साझा डीमैट खाता शुरू करने को कहा है। इस कदम से निवेशकों को काफी फायदा होगा। चिदंबरम ने आज यहां वित्तीय स्थिरता एवं विकास परिषद (एफएसडीसी) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि अंतर नियामकीय मुद्दों को समयबद्ध तरीके से एफएसडीसी की उप समिति द्वारा सुलझाया जाना चाहिए। बैठक में वित्तीय क्षेत्र के सभी नियामक शामिल हुए।

वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘वित्तीय परिसंपत्तियों के लिए साझा डीमैट खाते जैसे कदम को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इससे उपभोक्ताओं को काफी फायदा होगा।’’ चिदंबरम ने कहा कि 2013-14 की दूसरी तिमाही में वृद्धि दर में गिरावट थम गई है, लेकिन मुद्रास्फीतिक दबाव व ढांचागत अड़चनों जैसे मुद्दे वृद्धि की प्रक्रिया में बाधक बने हुए हैं। सरकार ने पिछले महीने 2012-13 के आर्थिक वृद्धि के अनुमान को 5 प्रतिशत से घटाकर दशक भर के निचले स्तर 4.5 प्रतिशत कर दिया। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में वृद्धि दर 4.6 प्रतिशत रही है।

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि वित्त मंत्री ने जोर देकर कहा कि सरकार व वित्तीय क्षेत्र के नियामकों को तेज वृद्धि सुनिश्चित करनी चाहिए और कमजोरियों का प्रबंधन करना चाहिए। एफएसडीसी ने देश के वित्तीय क्षेत्र के और विकास के लिए कई कदम उठाए हैं। मसलन कारपोरेट रिण बाजार का विकास, बुनियादी ढांचा रिण कोष (आईडीएफ) शुरू करना और नए एफपीआई नियमन जारी करना।

एफएसडीसी की नौवीं बैठक में रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन, सेबी के चेयरमैन यू के सिन्हा, इरडा के चेयरमैन टी एस विजयन, एफएमसी के चेयरमैन रमेश अभिषेक और पीएफआरडीए के चेयरमैन अनूप वधावन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। (एजेंसी)





First Published: Tuesday, February 4, 2014, 19:41

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