Last Updated: Monday, October 21, 2013, 14:29

मुंबई : पार्टिसिपेटरी नोट्स (पी-नोट्स) के जरिये भारतीय शेयरों में निवेश सितंबर में 10 माह के उच्च स्तर 1.71 लाख करोड़ रुपये (28 अरब डालर) पर पहुंच गया। विदेशों से उच्च संपदा वाले लोगों (एचएनआई) तथा हेज फंडों द्वारा इस मार्ग के जरिये निवेश को तरजीह दी जाती है।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के ताजा आंकड़ों के अनुसार सितंबर के अंत तक भारतीय बाजारों (शेयर, ऋण व डेरिवेटिव्स) में पी नोट्स के जरिये निवेश 1,71,154 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह नवंबर, 2012 के बाद पी-नोट्स के जरिये निवेश का सबसे ऊंचा आंकड़ा है। उस समय यह आंकड़ा 1.77 लाख करोड़ रुपये का रहा था। अगस्त के अंत तक भारतीय बाजारों में पी-नोट्स के जरिये विदेशी निवेश 1.65 लाख करोड़ रुपये पर था।
पी-नोट्स का इस्तेमाल मुख्य रूप से एचएनआई, हेज फंड व अन्य विदेशी संस्थानों द्वारा किया जाता है। इसमें उन्हें पंजीकृत विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) के जरिये भारतीय बाजार में निवेश की अनुमति मिलती है। इसमें सीधे पंजीकरण से जुड़ी लागत के अलावा उनका समय भी बचता है। (एजेंसी)
First Published: Monday, October 21, 2013, 14:29