Last Updated: Tuesday, April 8, 2014, 17:15

बेंगलूर : सौ अरब डॉलर के आईटी उद्योग के दिग्गज इस लोक सभा चुनावों में इनफोसिस के पूर्व अधिकारियों, नंदन निलेकणि और वी. बालाकृष्णन पर बड़ा दांव लगा रहे हैं और उन्हें इनसे राजनीतिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव की उम्मीद है।
आईटी दिग्गजों को उम्मीद है कि निलेकणि और बालाकृष्णन रोजगार सृजन और आर्थिक वृद्धि की दिशा में उल्लेखनीय योगदान करेंगे।
जहां इनफोसिस के सह-संस्थापक व पूर्व सीईओ निलेकणि कांग्रेस के टिकट पर दक्षिण बेंगलूर से चुनाव लड़ रहे हैं, कंपनी के पूर्व निदेशक बालाकृष्णन बेंगलूर मध्य लोक सभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
हैपिएस्ट माइंड्स टेक्नोलाजीज के सह-संस्थापक व चेयरमैन अशोक सूटा ने कहा, ‘‘मैं नंदन को 30 साल से जानता हूं। इनफोसिस और विप्रो के बीच आमने-सामने का मुकाबला अक्सर होता था, लेकिन कभी ऐसा समय नहीं आया जब हमने एक प्रतिस्पर्धी के तौर पर नंदन का बखान न किया हो।’’ ‘‘उनकी यात्रा अद्भुत रही। राजनीति में आने से पहले भी यह यूआईडीएआई में योगदान कर रहे थे।’’
विप्रो इन्फोटेक के पूर्व सीईओ व माइंडट्री के सह.संस्थापक सूटा ने कहा, ‘‘नंदन प्रेरणा देने वाली शख्सियत रहे हैं। उनके निजी जीवन, पेशेवर एवं व्यक्तिगत अनुभवों ने उन्हें एक सांसद के तौर पर तैयार किया है। भारत को उनके जैसे सांसदों की जरूरत है।’’
इनफोसिस के अन्य सह-संस्थापक एवं वर्तमान में कार्यकारी वाइस चेयरमैन एस. गोपालकृष्णन ने कहा, ‘‘मेरा पक्के तौर पर विश्वास है कि हमें पूरे देश व आर्थिक वृद्धि और रोजगार सृजन के लिए नंदन और बाला जैसे नेताओं की जरूरत है।’’ विप्रो के कार्यकारी निदेशक सुरेश सेनापति ने कहा कि अर्थव्यवस्था में आईटी क्षेत्र की उल्लेखनीय भूमिका रही है और अब दोनों आईटी दिग्गज (नंदन एवं बाला) देश के विकास के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 8, 2014, 17:15