Last Updated: Sunday, January 19, 2014, 19:59
नई दिल्ली : नए बैंक लाइसेंस के आवेदन की जांच कर रही बिमल जालाना समिति की बैठक 10 फरवरी को होगी। समिति की अध्यक्षता कर रहे रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर जालान ने कहा, ‘हमारी अगली बैठक 10 फरवरी को हो रही है।’ समिति की अपनी पहली बैठक 1 नवंबर को हुई थी।
इस उच्च स्तरीय परामर्श समिति (एचएलएसी) के अन्य सदस्यों में रिजर्व बैंक की पूर्व डिप्टी गवर्नर उषा थोराट, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पूर्व चेयरमैन सी बी भावे और रिजर्व बैंक के केंद्रीय निदेशक मंडल के सदस्य नचिकेत एम मोर शामिल हैं। शुरुआत में 26 इकाइयों ने बैंकिंग क्षेत्र में रचि दिखाई है। टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा सन्स ने पिछले महीने अपना आवेदन वापस ले लिया जिससे प्रतिस्पर्धा में 25 इकाइयां रह गईं।
सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों में भारतीय डाक एवं आईएफसीआई के अलावा 1 जुलाई को निजी क्षेत्र के अनिल अंबानी समूह और आदित्य बिड़ला समूह ने अपने आवेदन सौंपे हैं। इसके अलावा बजाज फाइनेंस, मुथूट फाइनेंस, रेलिगेयर इंटरप्राइजेज और श्रीराम कैपिटल ने बैंक लाइसेंस के लिए आवेदन किया है।
रिजर्व बैंक ने पिछले साल 22 फरवरी को नए बैंकों के लाइसेंस के लिए दिशानिर्देश जारी किए थे और जून के पहले सप्ताह में इस स्पष्टीकरण जारी किया था। पिछले 20 साल में रिजर्व बैंक ने दो चरणों में निजी क्षेत्र के सिर्फ 12 बैंकों को लाइसेंस प्रदान किया है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, January 19, 2014, 19:59