नए बैंक लाइसेंस पर बनी जालान समिति की हुई दूसरी बैठक

नए बैंक लाइसेंस पर बनी जालान समिति की हुई दूसरी बैठक

नई दिल्ली : नए बैंक लाइसेंस के लिये आवेदनों की जांच परख करने के लिये गठित बिमल जालान समिति की आज दूसरी बैठक हुई। रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर जालान ने कहा समिति की सोमवार को बैठक हुई। जालान वर्ष 1997 से 2003 तक रिजर्व बैंक के गवर्नर रहे। उन्होंने हालांकि, बैठक के बारे में कुछ भी ब्यौरा देने से इनकार किया।

समिति की पहली बैठक 1 नवंबर को हुई थी। जालान की अध्यक्षता वाली इस समिति के अन्य सदस्यों में रिजर्व बैंक की पूर्व डिप्टी गवर्नर उषा थोरट, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड के पूर्व चेयरमैन सी.बी. भावे और रिजर्व बैंक के केन्द्रीय निदेशक मंडल के निदेशक नचिकेत एम. मोर शामिल हैं।

शुरू में 26 कंपनियों ने बैंकिंग कारोबार में उतरने में रचि दिखाई। टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस ने पिछले महीने ही अपना आवेदन वापस ले लिया जिसके बाद आवेदनों की संख्या 25 रह गई।

सार्वजनिक क्षेत्र के इंडिया पोस्ट और आईएफसीआई तथा निजी क्षेत्र से अनिल अंबानी और आदित्य बिड़ला समूह ने 1 जुलाई को आवेदन जमा कराये हैं। रिजर्व बैंक ने नये बैंक लाइसेंस जारी करने के लिये 22 फरवरी को दिशानिर्देश जारी किये और जून में इस संबंध में स्पष्टीकरण जारी किये। पिछले 20 सालों के दौरान रिजर्व बैंक ने निजी क्षेत्र में दो चरणों में 12 बैंकों को लाइसेंस जारी किये हैं। जनवरी 1993 में जारी दिशानिर्देशों के तहत 10 बैंकों को लाइसेंस जारी किये गये।

लाइसेंस दिशानिर्देशों को जनवरी 2001 में संशोधित किया गया और इनसे मिले अनुभव के आधार पर नये आवेदन मांगे गये जिसमें 2003-04 के दौरान कोटक महिन्द्रा और यस बैंक को बैंकिंग लाइसेंस जारी किये गये। देश में सार्वजनिक क्षेत्र के 27 और निजी क्षेत्र में 22 बैंक हैं इसके अलावा 56 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक भी हैं। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, December 17, 2013, 09:43

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