भारत, चीन से ज्यादा नियुक्ति कर रही हैं जापानी कंपनियां

भारत, चीन से ज्यादा नियुक्ति कर रही हैं जापानी कंपनियां

टोक्यो : अंतरराष्ट्रीय बाजार में गलाकाट प्रतियोगिता का सामना कर रही जापानी कंपनियों ने भारत, चीन व अन्य उभरते देशों से प्रतिभाओं की नियुक्ति के प्रयासों को तेज कर दिया है। जापानी कंपनियां राष्ट्रीय सीमा के पार से प्रतिभाओं की भर्तियां कर रही हैं।

इस मामले में प्रौद्योगिकी कंपनियां अलग नहीं हैं और वे इस महत्वपूर्ण दौर में सीमा पार प्रतिभाओं पर भरोसा कर रही हैं। भारतीय इंजीनियर हर्षद मारल को सोनी कारपोरेशन ने 2010 में नियुक्ति किया था। मारल ने क्योदो समाचार एजेंसी से कहा, मैं कंपनी के मुख्यालय में काम कर काफी खुश हूं। मारल का उत्साह देखकर उनके जापानी सहयोगी भी शर्मिंदा हो जाते हैं।

हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि जापानी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों के लिए काम के घंटे बढ़ा दिए हैं और छुट्टियां भी कम कर दी हैं। कर्मचारियों का कहना है कि काम के अधिक घंटे इन कंपनियों के लिए प्रतिष्ठा की बात है, बेशक इससे उत्पादकता बढ़ती हो या नहीं। एक कर्मचारी ने कहा कि ऐसे कर्मचारियों को सम्मानित किया जाता है, तो देर रात तक काम करते हैं, ऐसे कर्मचारियों को नहीं जो बेहतर नतीजे देते हैं।

(एजेंसी)

First Published: Wednesday, April 30, 2014, 19:40

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