Last Updated: Tuesday, May 20, 2014, 23:27
नई दिल्ली : भारत में प्रवेश के बाद पहली बार लाभ में आते हुए वोडाफोन इंडिया ने आज कहा कि मोबाइल फोन सेवाओं के शुल्क में बढ़ोतरी किए जाने की जरूरत है क्योंकि परिचालन लागत बढ़ रही है, लेकिन छोटे ऑपरेटर सस्ती दरों की पेशकश कर रहे हैं जिससे यह काम आसान नहीं है।
वोडाफोन इंडिया के प्रबंध निदेशक व सीईओ मार्टिन पीटर्स ने यहां संवाददाताओं को बताया, हां, बेशक, शुल्क बढ़ाए जाने की जरूरत है क्योंकि उद्योग पिछले 17 वर्षों से शुल्क में कमी करता रहा है. हमने पिछले साल शुल्क 6.2 प्रतिशत बढ़ाए जोकि मुद्रास्फीति से काफी नीचे है। उन्होंने कहा कि वोडाफोन की करीब 47 पैसे की प्रति मिनट आय (आरपीएम) देश में सबसे अधिक में से एक है, लेकिन शुल्क में बढ़ोतरी करना मुश्किल है क्योंकि बहुत कम शुल्क पर सेवाओं की पेशकश कर रहे कुछ छोटे ऑपरेटर शुल्क बढ़ाने से परहेज कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, मुद्दा छोटे ऑपरेटरों का है जिन्हें 47 पैसे की आय नहीं होती, बल्कि इससे कम आय होती है। यह संभवत: 33 पैसे या इससे कम है। अत: हमारे लिए इसे बढ़ाकर 53 पैसे करना बहुत मुश्किल है। वोडाफोन इंडिया प्रमुख ने कहा कि भारत में प्रतिस्पर्धा कम करने की जरूरत है। यह पहली बार है कि 2007 में देश में कदम रखने वाली वोडाफोन को मुनाफा हुआ है। देश की इस दूसरी सबसे बड़ी मोबाइल फोन सेवा कंपनी का परिचालन लाभ 25.9 प्रतिशत बढ़कर 13,398.6 करोड़ रुपये हो गया। डाटा कारोबार और शुल्क वृद्धि से कंपनी के लाभ में बढ़ोतरी हुई है। इससे पिछले वर्ष यह 10,640.6 करोड़ रुपये था। कंपनी ने बीते वित्त वर्ष में 7,009.4 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश किया। इस दौरान, कंपनी के ग्राहकों की संख्या 16.66 करोड़ रही। समाप्त वित्त वर्ष में कंपनी का सेवा राजस्व 13 प्रतिशत बढ़कर 37,606 करोड़ रुपये रहा जबकि इससे एक साल पहले यह 33,281.8 करोड़ रुपये रहा था।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 20, 2014, 23:27