Last Updated: Friday, December 13, 2013, 16:30
नई दिल्ली : भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उपक्रम मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने आज इस बाजार धारणा को गलत बताया कि सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम केवल घाटा कमाने के लिए होते हैं। उन्होंने ज्यादा से ज्यादा सार्वजनिक उपक्रमों को शेयर बाजारों में सूचीबद्ध कराने पर जोर दिया।
पटेल ने बताया कि सिर्फ 66 सार्वजनिक उपक्रम ही बीमार की श्रेणी में आते हैं और इनमें से 43 के लिए पुनरुद्धार योजना को पहले ही मंजूरी मिल चुकी है। इन 43 में से 24 इकाइयों ने पहले ही मुनाफा दर्ज किया है और 13 की स्थिति भी सुधरी है।
पटेल ने यहां वैश्विक पीएसई सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘ऐसे में यह कहना कि सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयां केवल घाटा कमाने के लिए हैं, एक गलत धारणा है और समय के साथ इस धारणा में सुधार लाने की जरूरत है।’ उन्होंने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई का मूल्यांकन किसी निजी क्षेत्र की कंपनी की तुलना में कहीं निचले स्तर पर होता है जबकि वास्तविकता है कि सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों का सम्पत्ति का आधार और उनके अन्य पहलू निजी क्षेत्र की अपनी प्रतिद्वंद्वी इकाइयों से ज्यादा अच्छे हैं।
इस मौके पर सार्वजनिक उपक्रम विभाग के सचिव ओ पी रावत ने कहा, ‘विकासशील अर्थव्यवस्थाओं को बेहतर करने के लिए गतिशील, स्वायत्त तथा जवाबदेह सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों की जरूरत है।’ (एजेंसी)
First Published: Friday, December 13, 2013, 16:30