Last Updated: Sunday, February 16, 2014, 13:37
भोपाल : मध्यप्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं और किसानों के साझा प्रयासों के परिणामस्वरूप राज्य ने पिछले पांच सालों में सकल खाद्यान्न उत्पादन में 115 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
मध्यप्रदेश कृषि विभाग द्वारा प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि राज्य में वर्ष 2007-08 में खाद्यान्न उत्पादन 128.90 लाख मीट्रिक टन था, जो 2012-13 में बढ़कर 277.84 लाख मीट्रिक टन हो गया। इस प्रकार मध्यप्रदेश में इन पांच सालों (2007-08 से 2012-13 तक) में अनाज उत्पादन में लगभग 115.55 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
सबसे खास बात यह है कि राज्य में खाद्यान्न उत्पादन में इन पांच सालों में हर साल बढ़त हुई है और 2012-13 में 277.84 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न उत्पादन के साथ मध्यप्रदेश देश में पहले स्थान पर है और राज्य को केंद्र सरकार द्वारा लगातार दूसरी बार ‘कृषि कर्मण पुरस्कार’ (वर्ष 2012-13) से नवाजा गया।
आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि कृषि के क्षेत्र में इस उपलब्धि में सिंचाई क्षमता में पिछले सात सालों में तीन गुना वृद्धि, खेती के लिए बिजली की आठ घंटे उपलब्धता, समय पर उन्नत खाद-बीज का वितरण, ब्याज रहित कृषि रिण के साथ-साथ गेहूं, धान और मक्के के उपार्जन पर बोनस जैसे कारणों और किसानों की कड़ी मेहनत का महत्वपूर्ण योगदान है।
वर्ष 2007-08 में राज्य का अनाज उत्पादन 128.90 लाख मीट्रिक टन था, जो 2008-09 में 14.50 प्रतिशत बढ़कर 147.59 लाख मीट्रिक टन और 2009-10 में पिछले साल के मुकाबले 11.60 प्रतिशत की बढ़त के साथ 164.71 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच गया। (एजेंसी)
First Published: Sunday, February 16, 2014, 13:37