Last Updated: Saturday, January 11, 2014, 15:07

मुंबई : मुंबई को शुक्रवार को विश्वस्तरीय हवाईअड्डा टर्मिनल टी-2 मिल गया जिसमें अपनी तरह की सबसे बड़ी आर्ट गैलरी है और यह देश की सांस्कृतिक विरासत का शानदार नमूना लिए हुए हैं।
इस टर्मिनल की डिजाइन नृत्य करते मयूर से प्रेरित है। यह टर्मिनल फरवरी से परिचालन में आएगा। टी-2 को 9,800 करोड़ रुपए के निवेश से बनाया गया है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इसे राष्ट्र को समर्पित करते हुए कहा, ‘यह विश्वस्तरीय ढांचा तैयार करने की हमारी क्षमता प्रदर्शित करता है। टी-2 सचमुच प्रथम दर्जे का टर्मिनल है। इसने देश में नागर विमानन के क्षेत्र विकास में एक नए अध्याय की शुरुआत की है।’ करीब 4.39 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र में फैले टर्मिनल-2 को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह सालाना 4 करोड़ यात्रियों का बोझ उठा सके।
टर्मिनल में 3 किलोमीटर तक कलाकृतियों से उरेकी गई दीवार पर हजारों की संख्या में कलाकृतियां हैं जिनका नाम ‘जय हे’ दिया गया है। जय हे आगंतुकों को देश की विविधताओं से भरी सांस्कृतिक विरासत की झलक देता है। इसमें मुंबई की जीवनशैली को भी दिखाने का प्रयास किया गया है जहां बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों से आए लोग काम करते हैं।
अत्याधुनिक टी-2 सिंगापुर के चांगी टी.3 (3.80 लाख वर्ग मीटर) और लंदन के हीथ्रो टी-5 (3.53 लाख वर्ग मीटर) से भी बड़ा है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, January 11, 2014, 15:07