मोदी ने कराधान प्रणाली की समीक्षा का वायदा किया

नरेंद्र मोदी ने कराधान प्रणाली की समीक्षा का वायदा किया

नई दिल्ली : भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने आज देश के कराधान प्रणाली की समीक्षा और सुधार करने का वायदा करते हुए कहा कि वर्तमान ढांचा आम लोगों के जीवन पर बोझ है।

योग गुरु रामदेव की ओर से आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘वर्तमान कर प्रणाली आम लोगों पर बोझ है। इसमें सुधार की जरूरत है और एक नयी व्यवस्था पेश किये जाने की जरूरत है। यह समय की जरूरत है।’ योग गुरु ने सभी तरह के कर को समाप्त कर एक एकल कर व्यवस्था पेश करने का सुझाव दिया है जो बैंक लेनदेन कर के रूप में हो। उन्होंने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार से इस विषय पर रूख स्पष्ट करने की मांग की थी।

मोदी की इस टिप्पणी को महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि भाजपा कुछ समय से अपनी आंतरिक बैठकों में करों को समाप्त करने पर चर्चा करती रही है। नितिन गडकरी ने भी कहा था कि पार्टी आयकर, ब्रिकी कर, आबकारी कर को समाप्त करने के प्रस्ताव को दृष्टि पत्र में शामिल करने पर विचार कर रही है।

रामदेव ने भाजपा के सत्ता में आने पर राष्ट्रीय किसान आय आयोग समेत कुछ अन्य मुद्दों पर रूख स्पष्ट करने की मांग की थी। नरेन्द्र मोदी के साथ भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह और राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली ने इन प्रस्तावों का समर्थन करते हुए कहा कि पार्टी इन मुददों पर गंभीरता से विचार करेगी। मोदी ने कहा, ‘बाबा रामदेव ने भाजपा और व्यक्तिगत रूप से मुझसे जो उम्मीदें की हैं, उसे पूरा करने का मैं पूरा प्रयास करूंगा।’ (एजेंसी)

First Published: Sunday, January 5, 2014, 21:46

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