नेतृत्व अहम, निर्णय क्षमता की जरूरत : नरेंद्र मोदी

नेतृत्व अहम, निर्णय क्षमता की जरूरत : नरेंद्र मोदी

गांधीनगर : गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि देश की अर्थव्यवस्था की हालत इसलिए खराब है क्योंकि कोई व्यक्ति अपनी जिम्मेदारी स्वीकार नहीं करना चाहता है। उन्होंने कहा कि इस बुरे दौर से निकलने के लिए निर्णायक कदम उठाने की जरूरत है।

भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद के दावेदार मोदी ने केंद्र की संप्रग सरकार को दोषी ठहराते हुए कहा कि अगर देश को इन हालात से निकलना है तो नेतृत्व मायने रखता है। वे यहां उद्योग मंडल फिक्की के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने आरोप लगाया कि अर्थव्यवस्था की खराबी के लिए मौजूदा सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा, ‘जब हम वृद्धि की बात करते हैं, बुनियादी ढांचा आता है और वह उर्जा क्षेत्र पर निर्भर है। उद्योग ईंधन की कमी की वजह से बंद होते हैं। किसी को जिम्मेदारी लेनी होगी। निराशा का कारण यह है कि इस देश में कोई अपनी जिम्मेदारी स्वीकार नहीं करता।’ उन्होंने सवाल उठाया, `क्या हमें इस आर्थिक हालत से निकलने के लिए विशेषज्ञों की जरूरत है।`

मोदी ने कहा कि व्यक्ति को केवल सराहना सुनने की आदत नहीं होनी चाहिए बल्कि लोगों के आक्रोश का सामना करने के लिए भी तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा, `अगर देश हमें कोई जिम्मेदारी देता है तो हमें इसे स्वीकार करना होगा.. जिम्मेदारी से भागने से देश नहीं चलता।`

उन्होंने कहा, `लोग मुझसे पूछते हैं कि पटना की रैली में बम विस्फोट के समय मैं वहां से हटा क्यों नहीं । मैं कहता हूं कि अगर मोदी को भागना ही होता तो वह जन्मा ही नहीं होता।` मोदी ने 21वीं शताब्दी को संभावनाओं से भरी हुई बताया और इसकी शुरुआत ऐसी सदी के रूप में हुई है जो कि देश की दिशा तय करेगी।

मोदी ने कहा, `अगर हमने कार्यान्वयन, कार्य वितरण, संसाधन उपयोग के बारे में रणनीति बनाई होती तो आज हमारा देश कुछ अलग ही होता लेकिन हमने यह अवसर गंवा दिया।` उन्होंने कहा, `21वीं शताब्दि के पहले दशक के आखिर में देश भर में सवाल खड़े हो रहे हैं। इस निराशा तथा सवालों के घेरे से निकलना सबसे बड़ी चुनौती होगी। इसीलिए नेतृत्व मायने रखता है। स्पष्ट फैसले करने की जरूरत है।`

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा, ‘हमारे प्रधानमंत्री ‘समावेशी विकास’ की बात करना पसंद करते हैं। जब तक हम शिक्षा के माध्यम से गरीबों में क्षमता का निर्माण नहीं करते, यह कैसे होगा?’ (एजेंसी)

First Published: Wednesday, January 15, 2014, 21:14

comments powered by Disqus