Last Updated: Wednesday, November 13, 2013, 15:51
नई दिल्ली : वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने उम्मीद जताई कि जोखिम प्रबंधन की प्रणाली चालू होने से निर्यात सामान के लिए सीमा विभाग का चालान कुछ घंटों के अंदर ही जारी हो जाया करेगा।
चिदंबरम ने आज निर्यात के लिए अखिल भारतीय स्तर की जोखिम प्रबंध प्रणाली (आरएमएस) का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा, ‘मुझे पूरी उम्मीद है कि निर्यात के लिए आरएमएस चालू होने पर निर्यात माल के क्लियरेंस के लिए इंतजार का समय कुछ घंटों तक सीमित हो जाएगा जो अभी डेढ़ दिन से साढ़े तीन दिन तक है।’ चिदंबरम ने कहा कि भारत ने दिसंबर 2005 में आयात के लिए आरएमएस का उपयोग करना शुरू किया था और इससे 2,211 करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त हुआ। इससे आयातित सामानों के पत्तन पर पड़े रहने की अवधि भी कम हुई है।
उन्होंने कहा, ‘राजस्व विभाग का दावा है कि आयात में आरएमएस पेश होने के बाद आयातित समान के पत्तन पर ठहराव का समय बहुत घट गया है। इसी तरह निर्यात में आरएमएस से चालान की प्रतीक्षा में निर्यात माल के ठहराव का समय भी घटेगा और माल गंतव्य को जल्द भेजा जा सकेगा।’
फिलहाल मुंबई में निर्यात माल के लिए चालान की प्रतीक्षा में 1.6 दिन का वक्त लगता है जबकि दिल्ली के अंतर्देशीय कंटेनर डिपो में ठहराव का वक्त 3.68 दिन है। चिदंबरम ने कहा कि आरएमएस विश्वास पर आधारित है और यह व्यापार संबंधी मामलों पर अंतरराष्ट्रीय सहयोग के प्रयास का हिस्सा है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 13, 2013, 15:51