Last Updated: Thursday, April 24, 2014, 17:59
नई दिल्ली : एनआरआई उद्योगपति लॉर्ड स्वराज पॉल ने उम्मीद जताई है कि भारत के नए प्रधानमंत्री को सिर्फ कुछ उद्योगपतियों की चिंता नहीं करनी चाहिए और उन्हें ऐसी सरकार चलानी चाहिए जो गरीबों के बारे में सोचे। लॉर्ड पॉल ने बुधवार को वॉवरहैंपटन विश्वविद्यालय द्वारा यहां आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, हम यहां ऐसे मौके पर उपस्थित हैं जबकि देश में चुनाव चल रहे हैं। यह दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे टिकाउ लोकतंत्र है।
लॉर्ड पॉल ने इससे पहले कहा, हम उम्मीद करते हैं कि भारतीय प्रधानमंत्री के रूप में जिसका भी चयन करेंगे, वह अच्छा काम करेगा। मुझे उम्मीद है कि जो भी चुनाव जीतेगा, वह सिर्फ कुछ उद्योगपतियों के बजाय देश के 1.2 अरब लोगों की चिंता करेगा। भाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सत्ता में आने की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, यह तो मैंने आप लोगों (मीडिया) से ही जाना है कि कौन अगला प्रधानमंत्री बन रहा है।
कुछ अधिक जोखिम वाले विदेशियों के लिए 3,000 पौंड के प्रस्तावित विवादास्पद सुरक्षा बांड, जिसे अब रद्द कर दिया गया है, के बारे में पूछे जाने पर लॉर्ड पॉल ने कहा कि यह पूरी तरह गलत व प्रतिबंधात्मक नीति थी। यह योजना पिछले साल नवंबर से अमल में लाई जानी थी, लेकिन काफी विरोध के बाद इसे छोड़ दिया गया। भारत ने इस योजना पर अपनी गंभीर चिंता से ब्रिटेन सरकार को मंत्री स्तर व आधिकारिक स्तर पर बताया था।
लॉर्ड पॉल वॉवरहैंपटन विश्वविद्यालय व वेस्टमिन्सटर विश्वविद्यालय के चांसलर भी हैं। उन्होंने हाल की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि इंग्लैंड में विश्वविद्यालयों द्वारा सालाना 73 अरब पौंड के आर्थिक उत्पादन का सृजन हो रहा है।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, April 24, 2014, 17:59