Last Updated: Monday, November 11, 2013, 21:23
नई दिल्ली : वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने 10 लाख सेवाकर डिफाल्टरों को कड़ी चेतावनी देते हुए आज कहा कि अगर वे दंड से बचना चाहते हैं तो अपना कर चुकाकर पाक साफ बनें। उन्होंने उद्योग मंडलों के प्रतिनिधियों से कहा, हम एक छोर तक पहुंच चुके हैं जहां, अब हमें रकना होगा, हालात की समीक्षा करते हुए आपसे बात करनी होगी और प्रणाली में बदलाव की एक उचित व व्यावहारिक पेशकश करनी होगी। वित्तमंत्री के अनुसार कर को कड़े तरीके से लागू करने से पहले चूककर्ताओं को भुगतान के लिए मनाना होगा। वे विभिन्न व्यापार व उद्योग संगठनों तथा उद्योग मंडलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर रहे थे ताकि उन्हें स्वैच्छिक अनुपालन प्रोत्साहन योजना (वीसीईएस) का लाभ उठाने को प्रोत्साहित किया जा सके।
चिदंबरम ने कहा, वीसीईएस यही है। जिस किसी ने सेवाकर नहीं चुकाया है वह पुरानी बातों को पीछे छोड़कर अपने कारोबार का नया अध्याय शुरू करे। चिंदबरम ने कहा कि कुल 17 लाख पंजीबद्ध सेवा कर दाता हैं जिनमें से केवल सात लाख ही भुगतान कर रहे हैं। उन्होंने कहा, यह योजना उन दस लाख लोगों पर लक्षित है जो कर नहीं देते या जिन्होंने कर देना बंद कर दिया है। इन 10 लाख में से ज्यादातर ने कर नहीं चुकाया या फाइल नहीं किया। अनेक ने एक अवधि तक कर चुकाने के बाद बंद कर दिया। मुझे नहीं पता कौन चतुर है। जिसने कभी नहीं चुकाया या जिसने चुकाना बंद कर दिया।
चिदंबरम ने चेन्नई में भी ऐसी ही बैठक की थी। उन्होंने कहा कि वह कड़े जुर्माने में विश्वास नहीं रखते लेकिन कई बार यह कड़ा संदेश देने के लिए जरूरी होता है। दोनों (कभी कर नहीं देने वाले तथा कर भुगतान रोकने वाले) खतरनाक धरातल पर कारोबार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, आज हमारे पास कंपनियों, फर्मों आदि के बारे में पर्याप्त सूचना है। हमारे पास पैन नंबर हैं। हमने अपने परिचालन का डिजिटलीकरण कर दिया है। चिंदबरम ने निम्न दर वाली व स्थिर कर प्रणाली की वकालत की जहां कर प्रशासन करदाताओं के अनुकूल हो।
वीसीईएस की शुरआत 10 मई 2013 को हुई थी और यह सेवा कर चुकाने की एकमुश्त माफी योजना है। चिंदबरम इसी तरह की बैठक 14 नवंबर को मुंबई में करेंगे। इससे पहले दिन में चिदंबरम ने देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद की 125वीं जयंती पर दो सिक्के जारी किए। (एजेंसी)
First Published: Monday, November 11, 2013, 21:23