Last Updated: Wednesday, January 8, 2014, 18:34

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में देश की अर्थव्यवस्था की विकास दर 5 प्रतिशत रहने की संभावना है। उन्होंने कहा कि बुनियादी संरचनाओं और वित्तीय सुधारों को लेकर सरकार के फैसलों का असर पड़ना शुरू हो गया है और भारत निवेश के लिहाज से आकषर्क गंतव्य स्थल के तौर पर फिर से उभर रहा है।
सिंह ने 12वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन करने के बाद भारतवंशियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था ने पिछले दशक में बेहतर प्रदर्शन किया है। 2004 के बाद से नौ सालों में हमारी औसत विकास दर 7.9 प्रतिशत वार्षिक के स्तर पर रही। पिछले कुछ समय में आई मंदी को लेकर भी संदेह नहीं है और हम संभवत: इस साल के अंत में 5 प्रतिशत की विकास दर के साथ पिछले साल के स्तर पर ही रहेंगे।
उन्होंने अर्थव्यवस्था में मंदी के लिए घरेलू कारणों के साथ अनेक अंतरराष्ट्रीय कारकों को भी जिम्मेदार ठहराया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इन चुनौतियों के बावजूद हमारी अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत बनी हुई है। हमारी बचत और निवेश की दर अब भी हमारी जीडीपी का 30 प्रतिशत से अधिक है और भारत में उद्यमशीलता की भावना भलीभांति जीवंत है। उन्होंने कहा कि भारत की आर्थिक विकास दर न केवल तेज हुई है बल्कि सामाजिक रूप से भी और अधिक समावेशी और क्षेत्रीय तौर पर अधिक संतुलित हो गयी है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 8, 2014, 18:34