गरीब बने रहने के लिए अभिशप्त नहीं हैं गरीब देश: गेट्स

गरीब बने रहने के लिए अभिशप्त नहीं हैं गरीब देश: गेट्स

न्यूयार्क : बिल और मेलिंडा गेट्स विश्व के सबसे गरीब देशों के भविष्य को लेकर आशान्वित हैं और उनका कहना है कि बीमारी और गरीबी से लड़ने के लिए तीन मिथक ही प्रगतिशील प्रयासों में बाधा डाल रहे हैं।

अपने संस्थान द्वारा प्रकाशित छठे वार्षिक पत्र में बिल गेट्स ने लिखा कि जो पहला मिथक फैलाया गया है वह ये है कि गरीब देश गरीब रहने के लिए अभिशप्त हैं। वे कहते हैं कि यह सच नहीं है और उनका अनुमान है कि 2035 तक विश्व में लगभग कोई भी देश गरीब नहीं होगा।

न्यूयार्क सिटी में एक साक्षात्कार के दौरान गेट्स ने कहा कि दूसरा मिथक है कि विदेशी आर्थिक मदद बेकार है। मेलिंडा गेट्स लिखती हैं कि तीसरे मिथक का मामला यह है कि जीवनरक्षा की कवायद से जनसंख्या बढ़ रही है। वाशिंगटन आधारित बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन, ‘द सीटल’ विश्व का सबसे बड़ा धर्मार्थ संस्थान है। 13 वर्ष पूर्व संस्थान के शुरू होने से अब तक संस्थान 28.3 अरब अमेरिकी डॉलर दान कर चुका है। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, January 22, 2014, 08:57

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